Maldives vs lakshadweep Controversy | मालदीव और लक्षद्वीप विवाद
Maldives vs lakshadweep Controversy | मालदीव और लक्षद्वीप विवाद
#boycottMaldives
Maldives vs lakshadwip हिंद महासागर में स्थित कई द्वीप में से एक द्वीप है । Maldives Bharat के केरल राज्य से 861 km दूर स्थित है जोकि पूरी तरह से समुंदर से खीरा हुआ है । Maldives की कुल जनसंख्या 519351 लोगो की है जिसमे सिर्फ 27 हजार भारतीय नागरिक है । बात करे एरिया की तो Maldives देश का क्षेत्रफल 500 वर्ग मील (1,300 किमी ) है जो 1,200 मूंगा एटोल और द्वीपों में फैला हुआ है,
बात करे जनसंख्या कि मालदीव में 100% मुस्लिम आबादी का राज्य है। इसलिए यह इस्लाम धर्म की प्राथमिकता दी गई है । फिर भी 2023 में स्वतंत्र आंकड़ों से पता चला कि देश में 98.69% मुस्लिम, 0.65% बौद्ध, 0.29% ईसाई और 0.29% हिंदू हैं । वहाँ बहाईयों और अज्ञेयवादियों की भी थोड़ी बहुत संख्या है।
मालदीव एक टूरिस्ट प्लेस है । यह पे हजारों टूरिस्ट आते और जाते रहते है
मालदीव में होटल, रेस्टुरेंट, एंड रिजॉर्ट, फिशिंग स्पोर्ट जैसी कई सुविधा उपलब्ध है । मालदीव एक जाना माना टूरिस्ट प्लेस है यह पे कोई फिल्म स्टार आ चुके है । यूट्यूब पे मालदीव से रिलेट कई वीडियो भी मिल जायेगा ।
लक्षद्वीप :– लक्षद्वीप 36 छोटे बड़े द्विपो में से एक सामूहिक द्वीप है । लक्षद्वीप भारत के केरल राज्य से मात्र 360 km से 400 km दूर स्थित है । जो की यह द्वीप भारत के बहुत ही समीप पड़ता है । लक्षद्वीप का क्षेत्रफल क़रीब 32 वर्ग किलोमीटर तक फैला हुआ है । लक्षद्वीप की कुल जनसंख्या करीब 70 हजार लोग ही रहते है ।
यह भी एक मुस्लिम द्वीप है बात करे टोटल जनसंख्या की लक्षद्वीप में 96.58% आबादी मुसलमानों की है. यहां 2.77 % हिंदू रहते हैं. लक्षद्वीप में ईसाई धर्म के 0.49%, जैन धर्म के 0.02%, बौद्ध धर्म के 0.02% और सिख धर्म के 0.01% लोग रहते हैं. लक्षद्वीप में लिंग अनुपात 946 है.
लक्षद्वीप भी मालदीव के तरह एक टूरिस्ट प्लेस है यहां का वातावरण काफी शांत और आकर्षक है । अभी हाल में ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लक्ष्यद्वीप के दौरे पे निकले थे और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में ही सोशल मीडिया पे कुछ तस्वीरे साझा किया है और लक्षद्वीप के बारे में कहा है सभी को एक बार लक्षद्वीप जाना चाहिए ।
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Statue of Unity, Gujarat | Duniya ki Sabse badi Murti, Sardar vallabhbhai Patel
दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति सरदार वल्लभ भाई पटेल, । हा मैं उसी मूर्ति की बात कर रहा हु जिसे देखने के लिए देश और विदेश के लोग आते है । हा मैं उसी मूर्ति के बारे में बात करने वाला हु जिसको बनाने में लगभग 3000 करोड़ रुपए खर्च किया गया है । हा मैं उसी मूर्ति के बारे में बात करने वाला हु जिसको बनाने का जिम्मा प्रेजेंट के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया था । हा मैं सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति की बात कर रहा हु जिसको बनाने के लिए पूरे भारत से लोहा को इक्कठा किया गया है । हा मैं सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति के बारे में बात कर रहा हु जिसको 182 मीटर ऊंचा बनाया गया है । हा मैं उसी मूर्ति के बारे में बात कर रहा हु जो को earthquak आने पे भी नही गिर सकता है । हा मैं उसी मूर्ति के बारे में बात कर रहा हु जिसे आप , में और हम सभी देखना चाहते है । अगर आप भी स्टेच्यू और यूनिटी देखना और घूमना चाहते है तो ये वीडियो आपके लिए कभी usefull होने वाले है ।
इस वीडियो में बात करेंगे स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के कुछ खास बातो के बारे में । स्टेच्यू ऑफ यूनिटी कहा स्थित है । स्टेच्यू ऑफ यूनिटी कैसे पहुंच सकते है और टोटल खर्च ।
चलो शुरू करते है ।।
आइए जानते हैं इस मूर्ति की कुछ खास बातें, जो आप शायद ही जानते होंगे...
– सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति की लंबाई 182 मीटर है और यह इतनी बड़ी है कि इसे 7 किलोमीटर की दूरी से भी देखा जा सकता है. बता दें कि 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' ऊंचाई में अमेरिका के 'स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी' (93 मीटर) से दोगुना है.
- इस मूर्ति में दो लिफ्ट भी लगी है, जिनके माध्यम से आप सरदार पटेल की छाती पहुंचेंगे और वहां से आप सरदार सरोवर बांध का नजारा देख सकेंगे और खूबसूरत वादियों का मजा ले सकेंगे.
- बता दें, इसके लिए मूर्ति के 3 किलोमीटर की दूरी पर एक टेंट सिटी भी बनाई गई है. जो 52 कमरों का श्रेष्ठ भारत भवन 3 स्टार होटल है. जहां आप रात भर रुक भी सकते हैं. वहीं स्टैच्यू के नीचे एक म्यूजियम भी तैयार किया गया है, जहां पर सरदार पटेल की स्मृति से जुड़ी कई चीजें रखी गई है ।
- सरदार वल्लभ भाई पटेल की इस मूर्ति में 4 धातुओं का उपयोग किया गया है जिसमें बरसों तक जंग नहीं लगेगी. स्टैच्यू में 85 फीसदी तांबा का इस्तेमाल किया गया है ।
- दिखने में जितनी खास ये प्रतिमा है, उतनी ही खास इसकी बनावट है. यह कॉम्पोजिट प्रकार का स्ट्रक्चर है और सरदार पटेल की मूर्ति के ऊपर ब्रॉन्ज की क्लियरिंग है. इस प्रोजेक्ट में एक लाख 70 हजार क्यूबिक मीटर कॉन्क्रीट लगा है. साथ ही दो हजार मीट्रिक टन ब्रॉन्ज लगाया गया है ।
- इस लौह पुरुष की मूर्ति के निर्माण में लाखों टन लोहा और तांबा लगा है और कुछ लोहा लोगों से मांगकर लगाया है. इस मूर्ति को बनाने के लिए लोहा पूरे भारत के गांव में रहने वाले किसानों से खेती के काम में आने वाले पुराने और बेकार हो चुके औजारों का संग्रह करके जुटाया गया. इसके लिए एक ट्रस्ट भी बना "सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय एकता ट्रस्ट". इसकी नींव 2013 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी.
- इसके अलावा 5700 मीट्रिक टन स्ट्रक्चरल स्टील और 18500 मीट्रिक टन रिइनफोर्समेंट बार्स भी इस्तेमाल किया गया है. यह मूर्ति 22500 मीट्रिक टन सीमेंट से बनी है. इस विशाल प्रतिमा की ऊंचाई 182 मीटर है. इस मूर्ति को बनाने में करीब 44 महीनों का वक्त लगा है ।
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी कहा स्थित है तो मैं आप सभी को बता दू की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी गुजरात के एकता नगर से थोड़ी ही दूर नर्मदा जिले के केवड़िया में साधु आइलैंड में मौजूद है
इतना सब जानने लेने के बाद अगर स्टेच्यू ऑफ यूनिटी जाना चाहते है । स्टेच्यू ऑफ यूनिटी कैसे पहुंच सकते है और टोटल खर्च । स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचने के लिए by बस जा सकते है । by ट्रेन जा सकते हैं । और by एयर भी जा सकते है । आपके लिए अच्छा साधन रहेगा बाय ट्रेन । आप बाय एयर भी जा सकते है । पर अहमदाबाद से बाय ट्रेन ही जाना आपके लिए सही विकल्प रहेगा है । कियुकी अहमदाबाद से सीधा और ढाई घंटे का रास्ता है । अहमदाबाद से एकता नगर के लिए डायरेक्ट टिकट मिल जायेगा जिसकी कीमत मात्र 105 रुपए है । एकता नगर पहुंचने के बाद आप सभी को एकता नगर से फ्री बस सेवा उपलब्ध है । जो आप सभी को ले कर जाने और लेकर आने तक का जिम्मा बस का होता है । By chance आप की बस मिस हो भी जाती है । तो आपको टम्पू का साधन भी उपलब्ध है पर टैंपू से जाने पे पचास रुपए का भुगतान करना पड़ सकता है । कोशिश करे की बस मिस ना हो । बस के फ्री सेवा का आनंद ले सको ।।
ये है बेसिक जानकारी। वीडियो कैसी लगी कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट जरूर करे ।
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