विशेष संदेश एपिसोड -28 (सतगुरु रामपालजी भगवान 2024) #specialsatsang #2024 #satgururampaljibhagwan
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत प्रणाम । #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath #path
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
* कबीर संगत साधु की, नित प्रति कीजै जाय। दुरमति दूर बहावसी, देसी सुमति बताय॥
* संगत कीजै साधु की, कभी न निष्फल होय। लोहा पारस परसते, सो भी कंचन होय॥
* संगति सों सुख्या ऊपजे, कुसंगति सो दुख होय। कह कबीर तहँ जाइये, साधु संग जहँ होय॥
* सन्त सुरसरी गंगा जल, आनि पखारा अंग। मैले से निरमल भये, साधू जन को संग॥
$$ साध (भगत) मिले साढ़े साधी होंदी।
कहने का भावार्थ यह ही कि __ जहां परमात्मा के बच्चे परमात्मा, शब्द स्वरूपी राम, सूक्ष्म रूप मुरारी, अचल अभंगी, सत्य पुरुष, अकह पुरुष, अलख पुरुष, अल्लाह, परवर दीगार सतगुरु रामपालजी भगवान की महिमा का गुणगान करते हैं चर्चा करते हैं भोग लगता है वही साध संगति होती है || $$
## जहां जन की महिमा सुनु ताहा में गवन करंत। वो तो नगर अमान है जहां मेरे प्यारे साधु संत। ##
* एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध | कबीर संगत साधु की, कटै कोटि अपराध ||
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
20
views
विशेष संदेश एपिसोड -27 (सतगुरु रामपालजी भगवान 2024) #specialsatsang #2024 #satgururampaljibhagwan
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत प्रणाम । #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath #path
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
* कबीर संगत साधु की, नित प्रति कीजै जाय। दुरमति दूर बहावसी, देसी सुमति बताय॥
* संगत कीजै साधु की, कभी न निष्फल होय। लोहा पारस परसते, सो भी कंचन होय॥
* संगति सों सुख्या ऊपजे, कुसंगति सो दुख होय। कह कबीर तहँ जाइये, साधु संग जहँ होय॥
* सन्त सुरसरी गंगा जल, आनि पखारा अंग। मैले से निरमल भये, साधू जन को संग॥
$$ साध (भगत) मिले साढ़े साधी होंदी।
कहने का भावार्थ यह ही कि __ जहां परमात्मा के बच्चे परमात्मा, शब्द स्वरूपी राम, सूक्ष्म रूप मुरारी, अचल अभंगी, सत्य पुरुष, अकह पुरुष, अलख पुरुष, अल्लाह, परवर दीगार सतगुरु रामपालजी भगवान की महिमा का गुणगान करते हैं चर्चा करते हैं भोग लगता है वही साध संगति होती है || $$
## जहां जन की महिमा सुनु ताहा में गवन करंत। वो तो नगर अमान है जहां मेरे प्यारे साधु संत। ##
* एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध | कबीर संगत साधु की, कटै कोटि अपराध ||
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
12
views
विशेष संदेश एपिसोड -25 (सतगुरु रामपालजी भगवान 2024) #specialsatsang #2024 #satgururampaljibhagwan
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत प्रणाम । #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath #path
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
* कबीर संगत साधु की, नित प्रति कीजै जाय। दुरमति दूर बहावसी, देसी सुमति बताय॥
* संगत कीजै साधु की, कभी न निष्फल होय। लोहा पारस परसते, सो भी कंचन होय॥
* संगति सों सुख्या ऊपजे, कुसंगति सो दुख होय। कह कबीर तहँ जाइये, साधु संग जहँ होय॥
* सन्त सुरसरी गंगा जल, आनि पखारा अंग। मैले से निरमल भये, साधू जन को संग॥
$$ साध (भगत) मिले साढ़े साधी होंदी।
कहने का भावार्थ यह ही कि __ जहां परमात्मा के बच्चे परमात्मा, शब्द स्वरूपी राम, सूक्ष्म रूप मुरारी, अचल अभंगी, सत्य पुरुष, अकह पुरुष, अलख पुरुष, अल्लाह, परवर दीगार सतगुरु रामपालजी भगवान की महिमा का गुणगान करते हैं चर्चा करते हैं भोग लगता है वही साध संगति होती है || $$
## जहां जन की महिमा सुनु ताहा में गवन करंत। वो तो नगर अमान है जहां मेरे प्यारे साधु संत। ##
* एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध | कबीर संगत साधु की, कटै कोटि अपराध ||
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
5
views
विशेष संदेश एपिसोड -26 (सतगुरु रामपालजी भगवान 2024) #specialsatsang #2024 #satgururampaljibhagwan
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत प्रणाम । #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath #path
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
* कबीर संगत साधु की, नित प्रति कीजै जाय। दुरमति दूर बहावसी, देसी सुमति बताय॥
* संगत कीजै साधु की, कभी न निष्फल होय। लोहा पारस परसते, सो भी कंचन होय॥
* संगति सों सुख्या ऊपजे, कुसंगति सो दुख होय। कह कबीर तहँ जाइये, साधु संग जहँ होय॥
* सन्त सुरसरी गंगा जल, आनि पखारा अंग। मैले से निरमल भये, साधू जन को संग॥
$$ साध (भगत) मिले साढ़े साधी होंदी।
कहने का भावार्थ यह ही कि __ जहां परमात्मा के बच्चे परमात्मा, शब्द स्वरूपी राम, सूक्ष्म रूप मुरारी, अचल अभंगी, सत्य पुरुष, अकह पुरुष, अलख पुरुष, अल्लाह, परवर दीगार सतगुरु रामपालजी भगवान की महिमा का गुणगान करते हैं चर्चा करते हैं भोग लगता है वही साध संगति होती है || $$
## जहां जन की महिमा सुनु ताहा में गवन करंत। वो तो नगर अमान है जहां मेरे प्यारे साधु संत। ##
* एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध | कबीर संगत साधु की, कटै कोटि अपराध ||
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
17
views
विशेष संदेश एपिसोड - 20 (सतगुरु रामपालजी भगवान 2024) #specialsatsang #2024
सृस्टि रचना - पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान के मुख कमल से उन्ही के द्वारा की गई सृस्टि रचना (सत्यनारायण कथा)
" आपै महिमा आपही गायी "
सतगुरु रामपालजी भगवान कहते है की जिसको सृस्टि रचना समझ आ गई ( तत्व ज्ञान के निष्कर्ष से ) उसको सरे सत्संगो की मूल कुंजी समझ आगयी, ये सृस्टि रचन ही मूल कुंजी है। इसे समझाए बिना अन्य सत्संग समझ नाही आ सकते।
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत परनाम। #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
#creations #creationofthegods #creationshorts #creationofallah #creationofgod #universe #worldnews #bigbang #multiverse #multiversus #
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
$$ जोग जीत कहो, सहज दास कहो, एक ही है परमात्मा सत्पुरुष कबीर अर्थात रामपालजी ही दोनों के रूप मैं आये थे
ये काल को धोखा हो जाता है की परमात्मा नहीं बल्कि परमात्मा का पुत्र इसका भाई आया है।
( इसी प्रकार ज्ञानी, विवेक आदि कोई भी १६ पुत्रो मै से किसी एक को समझ कर काल परमात्मा कबीर जी पर ही अटैक करता है तत्त्व ज्ञान न होने के कारण ) $$
3
views
विशेष संदेश एपिसोड - 21 (सतगुरु रामपालजी भगवान 2024) #specialsatsang #2024
विशेष संदेश एपिसोड - 20 (सतगुरु रामपालजी भगवान 2024) #2023 #2024
- पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान के मुख कमल से उन्ही के द्वारा की गई सृस्टि रचना (सत्यनारायण कथा)
" आपै महिमा आपही गायी "
सतगुरु रामपालजी भगवान कहते है की जिसको सृस्टि रचना समझ आ गई ( तत्व ज्ञान के निष्कर्ष से ) उसको सरे सत्संगो की मूल कुंजी समझ आगयी, ये सृस्टि रचन ही मूल कुंजी है। इसे समझाए बिना अन्य सत्संग समझ नाही आ सकते।
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत परनाम।
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब।
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ,
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
😎 सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
#
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
$$ जोग जीत कहो, सहज दास कहो, एक ही है परमात्मा सत्पुरुष कबीर अर्थात रामपालजी ही दोनों के रूप मैं आये थे
ये काल को धोखा हो जाता है की परमात्मा नहीं बल्कि परमात्मा का पुत्र इसका भाई आया है।
( इसी प्रकार ज्ञानी, विवेक आदि कोई भी १६ पुत्रो मै से किसी एक को समझ कर काल परमात्मा कबीर जी पर ही अटैक करता है तत्त्व ज्ञान न होने के कारण ) $$
2
views
विशेष संदेश एपिसोड - 22 (सतगुरु रामपालजी भगवान 2024) #specialsatsang #2024
विशेष संदेश एपिसोड - 20 (सतगुरु रामपालजी भगवान 2024) #2023 #2024
- पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान के मुख कमल से उन्ही के द्वारा की गई सृस्टि रचना (सत्यनारायण कथा)
" आपै महिमा आपही गायी "
सतगुरु रामपालजी भगवान कहते है की जिसको सृस्टि रचना समझ आ गई ( तत्व ज्ञान के निष्कर्ष से ) उसको सरे सत्संगो की मूल कुंजी समझ आगयी, ये सृस्टि रचन ही मूल कुंजी है। इसे समझाए बिना अन्य सत्संग समझ नाही आ सकते।
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत परनाम।
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब।
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ,
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
😎 सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
#
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
$$ जोग जीत कहो, सहज दास कहो, एक ही है परमात्मा सत्पुरुष कबीर अर्थात रामपालजी ही दोनों के रूप मैं आये थे
ये काल को धोखा हो जाता है की परमात्मा नहीं बल्कि परमात्मा का पुत्र इसका भाई आया है।
( इसी प्रकार ज्ञानी, विवेक आदि कोई भी १६ पुत्रो मै से किसी एक को समझ कर काल परमात्मा कबीर जी पर ही अटैक करता है तत्त्व ज्ञान न होने के कारण ) $$
2
views
विशेष संदेश एपिसोड - 23 (सतगुरु रामपालजी भगवान 2024) #specialsatsang #2024
विशेष संदेश एपिसोड - 20 (सतगुरु रामपालजी भगवान 2024) #2023 #2024
- पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान के मुख कमल से उन्ही के द्वारा की गई सृस्टि रचना (सत्यनारायण कथा)
" आपै महिमा आपही गायी "
सतगुरु रामपालजी भगवान कहते है की जिसको सृस्टि रचना समझ आ गई ( तत्व ज्ञान के निष्कर्ष से ) उसको सरे सत्संगो की मूल कुंजी समझ आगयी, ये सृस्टि रचन ही मूल कुंजी है। इसे समझाए बिना अन्य सत्संग समझ नाही आ सकते।
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत परनाम।
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब।
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ,
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
😎 सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
#
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
$$ जोग जीत कहो, सहज दास कहो, एक ही है परमात्मा सत्पुरुष कबीर अर्थात रामपालजी ही दोनों के रूप मैं आये थे
ये काल को धोखा हो जाता है की परमात्मा नहीं बल्कि परमात्मा का पुत्र इसका भाई आया है।
( इसी प्रकार ज्ञानी, विवेक आदि कोई भी १६ पुत्रो मै से किसी एक को समझ कर काल परमात्मा कबीर जी पर ही अटैक करता है तत्त्व ज्ञान न होने के कारण ) $$
2
views
विशेष संदेश एपिसोड - 19 (सतगुरु रामपालजी भगवान 2023) #specialsatsang #2023
सृस्टि रचना - पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान के मुख कमल से उन्ही के द्वारा की गई सृस्टि रचना (सत्यनारायण कथा)
" आपै महिमा आपही गायी "
सतगुरु रामपालजी भगवान कहते है की जिसको सृस्टि रचना समझ आ गई ( तत्व ज्ञान के निष्कर्ष से ) उसको सरे सत्संगो की मूल कुंजी समझ आगयी, ये सृस्टि रचन ही मूल कुंजी है। इसे समझाए बिना अन्य सत्संग समझ नाही आ सकते।
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत परनाम। #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
#creations #creationofthegods #creationshorts #creationofallah #creationofgod #universe #worldnews #bigbang #multiverse #multiversus #
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
$$ जोग जीत कहो, सहज दास कहो, एक ही है परमात्मा सत्पुरुष कबीर अर्थात रामपालजी ही दोनों के रूप मैं आये थे
ये काल को धोखा हो जाता है की परमात्मा नहीं बल्कि परमात्मा का पुत्र इसका भाई आया है।
( इसी प्रकार ज्ञानी, विवेक आदि कोई भी १६ पुत्रो मै से किसी एक को समझ कर काल परमात्मा कबीर जी पर ही अटैक करता है तत्त्व ज्ञान न होने के कारण ) $$
5
views
सृस्टि रचना P 04 प्रमाणिक कबीरसागर सतग्रन्थ साहब से #kabir #kabirsagar #muktibodh #rampalji
सृस्टि रचना - पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान के मुख कमल से उन्ही के द्वारा की गई सृस्टि रचना (सत्यनारायण कथा)
" आपै महिमा आपही गायी "
सतगुरु रामपालजी भगवान कहते है की जिसको सृस्टि रचना समझ आ गई ( तत्व ज्ञान के निष्कर्ष से ) उसको सरे सत्संगो की मूल कुंजी समझ आगयी, ये सृस्टि रचन ही मूल कुंजी है। इसे समझाए बिना अन्य सत्संग समझ नाही आ सकते।
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत परनाम। #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
#creations #creationofthegods #creationshorts #creationofallah #creationofgod #universe #worldnews #bigbang #multiverse #multiversus #
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
$$ जोग जीत कहो, सहज दास कहो, एक ही है परमात्मा सत्पुरुष कबीर अर्थात रामपालजी ही दोनों के रूप मैं आये थे
ये काल को धोखा हो जाता है की परमात्मा नहीं बल्कि परमात्मा का पुत्र इसका भाई आया है।
( इसी प्रकार ज्ञानी, विवेक आदि कोई भी १६ पुत्रो मै से किसी एक को समझ कर काल परमात्मा कबीर जी पर ही अटैक करता है तत्त्व ज्ञान न होने के कारण ) $$
4
views
सृस्टि रचना P 4-1 प्रमाणिक कबीरसागर सतग्रन्थ साहब से #kabir #kabirsagar #muktibodh #rampalji
सृस्टि रचना - पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान के मुख कमल से उन्ही के द्वारा की गई सृस्टि रचना (सत्यनारायण कथा)
" आपै महिमा आपही गायी "
सतगुरु रामपालजी भगवान कहते है की जिसको सृस्टि रचना समझ आ गई ( तत्व ज्ञान के निष्कर्ष से ) उसको सरे सत्संगो की मूल कुंजी समझ आगयी, ये सृस्टि रचन ही मूल कुंजी है। इसे समझाए बिना अन्य सत्संग समझ नाही आ सकते।
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत परनाम। #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
#creations #creationofthegods #creationshorts #creationofallah #creationofgod #universe #worldnews #bigbang #multiverse #multiversus #
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
$$ जोग जीत कहो, सहज दास कहो, एक ही है परमात्मा सत्पुरुष कबीर अर्थात रामपालजी ही दोनों के रूप मैं आये थे
ये काल को धोखा हो जाता है की परमात्मा नहीं बल्कि परमात्मा का पुत्र इसका भाई आया है।
( इसी प्रकार ज्ञानी, विवेक आदि कोई भी १६ पुत्रो मै से किसी एक को समझ कर काल परमात्मा कबीर जी पर ही अटैक करता है तत्त्व ज्ञान न होने के कारण ) $$
2
views
सृस्टि रचना P 4-2 प्रमाणिक कबीरसागर सतग्रन्थ साहब से #kabir #kabirsagar #muktibodh #rampalji
सृस्टि रचना - पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान के मुख कमल से उन्ही के द्वारा की गई सृस्टि रचना (सत्यनारायण कथा)
" आपै महिमा आपही गायी "
सतगुरु रामपालजी भगवान कहते है की जिसको सृस्टि रचना समझ आ गई ( तत्व ज्ञान के निष्कर्ष से ) उसको सरे सत्संगो की मूल कुंजी समझ आगयी, ये सृस्टि रचन ही मूल कुंजी है। इसे समझाए बिना अन्य सत्संग समझ नाही आ सकते।
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत परनाम। #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
#creations #creationofthegods #creationshorts #creationofallah #creationofgod #universe #worldnews #bigbang #multiverse #multiversus #
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
$$ जोग जीत कहो, सहज दास कहो, एक ही है परमात्मा सत्पुरुष कबीर अर्थात रामपालजी ही दोनों के रूप मैं आये थे
ये काल को धोखा हो जाता है की परमात्मा नहीं बल्कि परमात्मा का पुत्र इसका भाई आया है।
( इसी प्रकार ज्ञानी, विवेक आदि कोई भी १६ पुत्रो मै से किसी एक को समझ कर काल परमात्मा कबीर जी पर ही अटैक करता है तत्त्व ज्ञान न होने के कारण ) $$
2
views
Jan 2024 सत साहेब । चुनी हुई आत्माओ से अब ये गलतियाँ करवायेगा काल Sant Rampal Ji Bhagwan
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत प्रणाम । #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath #path
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
* कबीर संगत साधु की, नित प्रति कीजै जाय। दुरमति दूर बहावसी, देसी सुमति बताय॥
* संगत कीजै साधु की, कभी न निष्फल होय। लोहा पारस परसते, सो भी कंचन होय॥
* संगति सों सुख्या ऊपजे, कुसंगति सो दुख होय। कह कबीर तहँ जाइये, साधु संग जहँ होय॥
* सन्त सुरसरी गंगा जल, आनि पखारा अंग। मैले से निरमल भये, साधू जन को संग॥
$$ साध (भगत) मिले साढ़े साधी होंदी।
कहने का भावार्थ यह ही कि __ जहां परमात्मा के बच्चे परमात्मा, शब्द स्वरूपी राम, सूक्ष्म रूप मुरारी, अचल अभंगी, सत्य पुरुष, अकह पुरुष, अलख पुरुष, अल्लाह, परवर दीगार सतगुरु रामपालजी भगवान की महिमा का गुणगान करते हैं चर्चा करते हैं भोग लगता है वही साध संगति होती है || $$
## जहां जन की महिमा सुनु ताहा में गवन करंत। वो तो नगर अमान है जहां मेरे प्यारे साधु संत। ##
* एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध | कबीर संगत साधु की, कटै कोटि अपराध ||
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
6
views
गुरु और नकली भगवन दोनों मै से कोई एक चुनना पड़ेगा 3 jan 2024
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत प्रणाम । #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath #path
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
* कबीर संगत साधु की, नित प्रति कीजै जाय। दुरमति दूर बहावसी, देसी सुमति बताय॥
* संगत कीजै साधु की, कभी न निष्फल होय। लोहा पारस परसते, सो भी कंचन होय॥
* संगति सों सुख्या ऊपजे, कुसंगति सो दुख होय। कह कबीर तहँ जाइये, साधु संग जहँ होय॥
* सन्त सुरसरी गंगा जल, आनि पखारा अंग। मैले से निरमल भये, साधू जन को संग॥
$$ साध (भगत) मिले साढ़े साधी होंदी।
कहने का भावार्थ यह ही कि __ जहां परमात्मा के बच्चे परमात्मा, शब्द स्वरूपी राम, सूक्ष्म रूप मुरारी, अचल अभंगी, सत्य पुरुष, अकह पुरुष, अलख पुरुष, अल्लाह, परवर दीगार सतगुरु रामपालजी भगवान की महिमा का गुणगान करते हैं चर्चा करते हैं भोग लगता है वही साध संगति होती है || $$
## जहां जन की महिमा सुनु ताहा में गवन करंत। वो तो नगर अमान है जहां मेरे प्यारे साधु संत। ##
* एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध | कबीर संगत साधु की, कटै कोटि अपराध ||
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
3
views
2024 - 2028 आगामी विनाशक समय से पूर्व सूचना - बाद में पछताओगे Jan 2024
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत प्रणाम । #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath #path
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
* कबीर संगत साधु की, नित प्रति कीजै जाय। दुरमति दूर बहावसी, देसी सुमति बताय॥
* संगत कीजै साधु की, कभी न निष्फल होय। लोहा पारस परसते, सो भी कंचन होय॥
* संगति सों सुख्या ऊपजे, कुसंगति सो दुख होय। कह कबीर तहँ जाइये, साधु संग जहँ होय॥
* सन्त सुरसरी गंगा जल, आनि पखारा अंग। मैले से निरमल भये, साधू जन को संग॥
$$ साध (भगत) मिले साढ़े साधी होंदी।
कहने का भावार्थ यह ही कि __ जहां परमात्मा के बच्चे परमात्मा, शब्द स्वरूपी राम, सूक्ष्म रूप मुरारी, अचल अभंगी, सत्य पुरुष, अकह पुरुष, अलख पुरुष, अल्लाह, परवर दीगार सतगुरु रामपालजी भगवान की महिमा का गुणगान करते हैं चर्चा करते हैं भोग लगता है वही साध संगति होती है || $$
## जहां जन की महिमा सुनु ताहा में गवन करंत। वो तो नगर अमान है जहां मेरे प्यारे साधु संत। ##
* एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध | कबीर संगत साधु की, कटै कोटि अपराध ||
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
3
views
यह कर्म तो संत रामपाल जी के हर एक भगत को करना चाहिए था Jan 2024
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत प्रणाम । #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath #path
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
* कबीर संगत साधु की, नित प्रति कीजै जाय। दुरमति दूर बहावसी, देसी सुमति बताय॥
* संगत कीजै साधु की, कभी न निष्फल होय। लोहा पारस परसते, सो भी कंचन होय॥
* संगति सों सुख्या ऊपजे, कुसंगति सो दुख होय। कह कबीर तहँ जाइये, साधु संग जहँ होय॥
* सन्त सुरसरी गंगा जल, आनि पखारा अंग। मैले से निरमल भये, साधू जन को संग॥
$$ साध (भगत) मिले साढ़े साधी होंदी।
कहने का भावार्थ यह ही कि __ जहां परमात्मा के बच्चे परमात्मा, शब्द स्वरूपी राम, सूक्ष्म रूप मुरारी, अचल अभंगी, सत्य पुरुष, अकह पुरुष, अलख पुरुष, अल्लाह, परवर दीगार सतगुरु रामपालजी भगवान की महिमा का गुणगान करते हैं चर्चा करते हैं भोग लगता है वही साध संगति होती है || $$
## जहां जन की महिमा सुनु ताहा में गवन करंत। वो तो नगर अमान है जहां मेरे प्यारे साधु संत। ##
* एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध | कबीर संगत साधु की, कटै कोटि अपराध ||
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
2
views
संत रामपाल जी के 90% भक्तो की बुद्धि से बाहर है इस रहष्य को समझ पाना Jan 2024
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत प्रणाम । #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath #path
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
* कबीर संगत साधु की, नित प्रति कीजै जाय। दुरमति दूर बहावसी, देसी सुमति बताय॥
* संगत कीजै साधु की, कभी न निष्फल होय। लोहा पारस परसते, सो भी कंचन होय॥
* संगति सों सुख्या ऊपजे, कुसंगति सो दुख होय। कह कबीर तहँ जाइये, साधु संग जहँ होय॥
* सन्त सुरसरी गंगा जल, आनि पखारा अंग। मैले से निरमल भये, साधू जन को संग॥
$$ साध (भगत) मिले साढ़े साधी होंदी।
कहने का भावार्थ यह ही कि __ जहां परमात्मा के बच्चे परमात्मा, शब्द स्वरूपी राम, सूक्ष्म रूप मुरारी, अचल अभंगी, सत्य पुरुष, अकह पुरुष, अलख पुरुष, अल्लाह, परवर दीगार सतगुरु रामपालजी भगवान की महिमा का गुणगान करते हैं चर्चा करते हैं भोग लगता है वही साध संगति होती है || $$
## जहां जन की महिमा सुनु ताहा में गवन करंत। वो तो नगर अमान है जहां मेरे प्यारे साधु संत। ##
* एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध | कबीर संगत साधु की, कटै कोटि अपराध ||
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
1
view
गुमशुदा कबीर जी की तलाश - बताने वाले को उचित इनाम | Jan 2024
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत प्रणाम । #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath #path
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
* कबीर संगत साधु की, नित प्रति कीजै जाय। दुरमति दूर बहावसी, देसी सुमति बताय॥
* संगत कीजै साधु की, कभी न निष्फल होय। लोहा पारस परसते, सो भी कंचन होय॥
* संगति सों सुख्या ऊपजे, कुसंगति सो दुख होय। कह कबीर तहँ जाइये, साधु संग जहँ होय॥
* सन्त सुरसरी गंगा जल, आनि पखारा अंग। मैले से निरमल भये, साधू जन को संग॥
$$ साध (भगत) मिले साढ़े साधी होंदी।
कहने का भावार्थ यह ही कि __ जहां परमात्मा के बच्चे परमात्मा, शब्द स्वरूपी राम, सूक्ष्म रूप मुरारी, अचल अभंगी, सत्य पुरुष, अकह पुरुष, अलख पुरुष, अल्लाह, परवर दीगार सतगुरु रामपालजी भगवान की महिमा का गुणगान करते हैं चर्चा करते हैं भोग लगता है वही साध संगति होती है || $$
## जहां जन की महिमा सुनु ताहा में गवन करंत। वो तो नगर अमान है जहां मेरे प्यारे साधु संत। ##
* एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध | कबीर संगत साधु की, कटै कोटि अपराध ||
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
3
views
क्यो फाड़ डाली कबीर जी की फोटो, पवन दास ने Jan 2024
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत प्रणाम । #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath #path
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
* कबीर संगत साधु की, नित प्रति कीजै जाय। दुरमति दूर बहावसी, देसी सुमति बताय॥
* संगत कीजै साधु की, कभी न निष्फल होय। लोहा पारस परसते, सो भी कंचन होय॥
* संगति सों सुख्या ऊपजे, कुसंगति सो दुख होय। कह कबीर तहँ जाइये, साधु संग जहँ होय॥
* सन्त सुरसरी गंगा जल, आनि पखारा अंग। मैले से निरमल भये, साधू जन को संग॥
$$ साध (भगत) मिले साढ़े साधी होंदी।
कहने का भावार्थ यह ही कि __ जहां परमात्मा के बच्चे परमात्मा, शब्द स्वरूपी राम, सूक्ष्म रूप मुरारी, अचल अभंगी, सत्य पुरुष, अकह पुरुष, अलख पुरुष, अल्लाह, परवर दीगार सतगुरु रामपालजी भगवान की महिमा का गुणगान करते हैं चर्चा करते हैं भोग लगता है वही साध संगति होती है || $$
## जहां जन की महिमा सुनु ताहा में गवन करंत। वो तो नगर अमान है जहां मेरे प्यारे साधु संत। ##
* एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध | कबीर संगत साधु की, कटै कोटि अपराध ||
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
2
views
साध संगति वालो के लिए गुरु से बढ़कर और कोई नही Jan 2024
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत प्रणाम । #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath #path
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
* कबीर संगत साधु की, नित प्रति कीजै जाय। दुरमति दूर बहावसी, देसी सुमति बताय॥
* संगत कीजै साधु की, कभी न निष्फल होय। लोहा पारस परसते, सो भी कंचन होय॥
* संगति सों सुख्या ऊपजे, कुसंगति सो दुख होय। कह कबीर तहँ जाइये, साधु संग जहँ होय॥
* सन्त सुरसरी गंगा जल, आनि पखारा अंग। मैले से निरमल भये, साधू जन को संग॥
$$ साध (भगत) मिले साढ़े साधी होंदी।
कहने का भावार्थ यह ही कि __ जहां परमात्मा के बच्चे परमात्मा, शब्द स्वरूपी राम, सूक्ष्म रूप मुरारी, अचल अभंगी, सत्य पुरुष, अकह पुरुष, अलख पुरुष, अल्लाह, परवर दीगार सतगुरु रामपालजी भगवान की महिमा का गुणगान करते हैं चर्चा करते हैं भोग लगता है वही साध संगति होती है || $$
## जहां जन की महिमा सुनु ताहा में गवन करंत। वो तो नगर अमान है जहां मेरे प्यारे साधु संत। ##
* एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध | कबीर संगत साधु की, कटै कोटि अपराध ||
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
5
views
साध संगति वालो के लिए गुरु से बढ़कर और कोई नही Jan 2024
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत प्रणाम । #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath #path
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
* कबीर संगत साधु की, नित प्रति कीजै जाय। दुरमति दूर बहावसी, देसी सुमति बताय॥
* संगत कीजै साधु की, कभी न निष्फल होय। लोहा पारस परसते, सो भी कंचन होय॥
* संगति सों सुख्या ऊपजे, कुसंगति सो दुख होय। कह कबीर तहँ जाइये, साधु संग जहँ होय॥
* सन्त सुरसरी गंगा जल, आनि पखारा अंग। मैले से निरमल भये, साधू जन को संग॥
$$ साध (भगत) मिले साढ़े साधी होंदी।
कहने का भावार्थ यह ही कि __ जहां परमात्मा के बच्चे परमात्मा, शब्द स्वरूपी राम, सूक्ष्म रूप मुरारी, अचल अभंगी, सत्य पुरुष, अकह पुरुष, अलख पुरुष, अल्लाह, परवर दीगार सतगुरु रामपालजी भगवान की महिमा का गुणगान करते हैं चर्चा करते हैं भोग लगता है वही साध संगति होती है || $$
## जहां जन की महिमा सुनु ताहा में गवन करंत। वो तो नगर अमान है जहां मेरे प्यारे साधु संत। ##
* एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध | कबीर संगत साधु की, कटै कोटि अपराध ||
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
3
views
सृस्टि रचना P 03 प्रमाणिक कबीरसागर सतग्रन्थ साहब से #kabir #kabirsagar #muktibodh #rampalji
सृस्टि रचना - पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान के मुख कमल से उन्ही के द्वारा की गई सृस्टि रचना (सत्यनारायण कथा)
" आपै महिमा आपही गायी "
सतगुरु रामपालजी भगवान कहते है की जिसको सृस्टि रचना समझ आ गई ( तत्व ज्ञान के निष्कर्ष से ) उसको सरे सत्संगो की मूल कुंजी समझ आगयी, ये सृस्टि रचन ही मूल कुंजी है। इसे समझाए बिना अन्य सत्संग समझ नाही आ सकते।
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत परनाम। #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
#creations #creationofthegods #creationshorts #creationofallah #creationofgod #universe #worldnews #bigbang #multiverse #multiversus #
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
$$ जोग जीत कहो, सहज दास कहो, एक ही है परमात्मा सत्पुरुष कबीर अर्थात रामपालजी ही दोनों के रूप मैं आये थे
ये काल को धोखा हो जाता है की परमात्मा नहीं बल्कि परमात्मा का पुत्र इसका भाई आया है।
( इसी प्रकार ज्ञानी, विवेक आदि कोई भी १६ पुत्रो मै से किसी एक को समझ कर काल परमात्मा कबीर जी पर ही अटैक करता है तत्त्व ज्ञान न होने के कारण ) $$
10
views
सृस्टि रचना P 3-1 प्रमाणिक कबीरसागर सतग्रन्थ साहब से #kabir #kabirsagar #muktibodh #rampalji
सृस्टि रचना - पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान के मुख कमल से उन्ही के द्वारा की गई सृस्टि रचना (सत्यनारायण कथा)
" आपै महिमा आपही गायी "
सतगुरु रामपालजी भगवान कहते है की जिसको सृस्टि रचना समझ आ गई ( तत्व ज्ञान के निष्कर्ष से ) उसको सरे सत्संगो की मूल कुंजी समझ आगयी, ये सृस्टि रचन ही मूल कुंजी है। इसे समझाए बिना अन्य सत्संग समझ नाही आ सकते।
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत परनाम। #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
#creations #creationofthegods #creationshorts #creationofallah #creationofgod #universe #worldnews #bigbang #multiverse #multiversus #
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
$$ जोग जीत कहो, सहज दास कहो, एक ही है परमात्मा सत्पुरुष कबीर अर्थात रामपालजी ही दोनों के रूप मैं आये थे
ये काल को धोखा हो जाता है की परमात्मा नहीं बल्कि परमात्मा का पुत्र इसका भाई आया है।
( इसी प्रकार ज्ञानी, विवेक आदि कोई भी १६ पुत्रो मै से किसी एक को समझ कर काल परमात्मा कबीर जी पर ही अटैक करता है तत्त्व ज्ञान न होने के कारण ) $$
6
views
सृस्टि रचना P 3-2 प्रमाणिक कबीरसागर सतग्रन्थ साहब से #kabir #kabirsagar #muktibodh #rampalji
सृस्टि रचना - पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान के मुख कमल से उन्ही के द्वारा की गई सृस्टि रचना (सत्यनारायण कथा)
" आपै महिमा आपही गायी "
सतगुरु रामपालजी भगवान कहते है की जिसको सृस्टि रचना समझ आ गई ( तत्व ज्ञान के निष्कर्ष से ) उसको सरे सत्संगो की मूल कुंजी समझ आगयी, ये सृस्टि रचन ही मूल कुंजी है। इसे समझाए बिना अन्य सत्संग समझ नाही आ सकते।
ना आश्रम ना 2️⃣1️⃣0️⃣0️⃣0️⃣ हजार ❌❌ अब घर पर ही अखंड पाठ होगा, अखंड पाठ करने की विधि के लिए पूरा वीडियो देखने के लिए नीचे Link पर क्लिक करे 👇 #pawandasislive
https://youtu.be/nBBtUgnJ12I
https://youtu.be/P2s484mmzpc
https://www.facebook.com/share/v/wfiyTrcjRYy3gvN9/?mibextid=qi2Omg
भक्ति बचाने के लिए पढ़िए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगे
मुक्ति बोध ज्ञान यज्ञ परमात्मा की महिमा उन्हीं के आशीर्वाद से #paathprakash #garibdaas
सतलोक जाने की कुंजी – #) ज्ञान को आधार #) घर को आश्रम #) गुरु को भगवान
Telegram Link -- https://t.me/saadhsangat https://t.me/+s6HoGbAV83RjNTc1
Rumble link - https://rumble.com/c/c-4029723
Face Book Link - https://www.facebook.com/bhagyeshvishwakarma
Instagram Link - https://www.instagram.com/bhagyeshvish/
Telegram Link - https://t.me/+xG10kOpyl88wNWM1 (PawanDaasIsLive)
Youtube Link - https://www.youtube.com/channel/UCO0N-8kcan3CwtfurBeiShA
Whatsapp Link - https://wa.me/7440914911?text=Sat+Saheb+Bhaiji
Archive Link - https://archive.org/details/@bhagyesh_vishwakarma
बंदी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान के चरणो में दास भाग्येश और समस्त सत्सेवकों का कोटि कोटि अस्टांग दंडवत परनाम। #bhagyesh #daasbhagyesh #muktibodh #gyanyagya #bhakti
सभी भाई बहनों सत्सेवकों को दास का प्यार भरा सत साहेब। #dharamyagya #yagya
पाठ करने के पूर्ण अधिकारी सतगुरु रामपाल जी के मुख कमल से उच्चारित ५० घंटे की सतग्रंथ साहिब (गरीबदास जी की) वाणियों का पाठ, #garibdasjiwani #wanipath
परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान कहते हैं #pawan_das_video #Pawandasislive
साध संगति हरि भगती बिन, कोई ना उतारे पार। निर्मल आदि अनादि है, गंदा है सब संसार..
बंदी छोड़ पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सतगुरु रामपालजी भगवान की जय
*************** मर्यादाएं जो भगत के लिए अति आवश्यक है****************
1) सुबह उठकर मंगलाचरण करना
2) मंगलाचरण के साथ प्रार्थना
3) प्रार्थना के बाद चरणामृत पीना (घुटने के बाल बैठ कर अति आधीनी भाव से)
4) अस्त अंग से दंडवत प्रणाम करना
5) दंडवत प्रणाम करते समय जो भी मंत्र मिले उसका जप करना
6) तीन समय की आरती मन वचन कर्म से करना (त्रिसंध्या वंदन )
7) रोज भोग लगा सको तो अवश्य लगाना भोग की छोटी आरती से (जैसा जल राम फल राम मेवा राम आदी जो भी है)
8) सप्ताह में एक बार बड़ी आरती के साथ भोग लगाना
9) महिने में एक बार साध संगति में आना (भगत मिलन समारोह (जिसमे सिर्फ परमात्मा की चर्चा की जाए))
10) परमात्मा की महिमात्मक शब्द का पठन करना (ज्ञान यज्ञ)
11) परमात्मा के प्यारे हंसो के १६ गुणों को धारण करना
शील (कामवासना का शांत होना) पर नारी में बहन बेटी का भाव रखना
संतोष (जो मिले उसे मैहो गुजारा करना दया मालिक की जैसे रखोगे वेसे राह लूंगा)
विवेक (परमात्मा के दिए ज्ञान को धारण करना आधार बनाना)
दया (अहिंसा परमो धर्मः) मनसा वाचा कर्मणा किसी का बुरा नहीं सोचना
धीरज (धैर्य)
ज्ञान (सत्संग के सार को समझकर अपने जीवन मै उतारना )
धर्म (आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना)
सत्य, (सत वादी होना )
प्रेम (परमात्मा और जीवो से),
निर्दोष (मन किसी प्रकार का हित करने की न सोचे),
निश्कर्म (निष्काम भाव से परमात्मा की भक्ति केवल एक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति/सतलोक प्राप्ति के लिए कर्म),
त्याग (कल के लोक के सारे सुख का त्याग),
वैराग्य - अर्थात पांवः पच्चीस तीन गुणों से ( उनके सुखो से ) मन को हटाना
शांति (काल लोक में शांति नहीं अर्थ किसी के उकासने से आप नहीं खोना, शांत मन से उत्तर देना, यदि नहीं मन रहे हैं तो परमात्मा के भरोसे छोड़ देना),
निजधर्म (गुरु मर्यादा का पालन करना आत्मा के कल्याण के लिए ही कर्म करना) ,
मैत्रे भाव (दुश्मन मीत सबही से बोलू, घर घर में में काठी डोलू तुम करियो अवन की ख्यास)
सहज होना (सहज मै ही परमात्मा की चर्चा करना सहज ही मंत्रो का जप और महिमा )
भगतपन झलकना (सीधे साढ़े कपडे पहनें श्रृंगार व चटक मटक वाली चीज़ो से दूर रहना )
……. Continue
*****बन्दी छोड़ सतगुरु रामपालजी भगवान की जय *****
पालन करना न करना आपके बुद्धि विवेक और संस्कारो के ऊपर निर्भर करता है, जिसको सतलोक जाना है वो तो पालन कर ही लेगा।
सत्य ज्ञान के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
https://drive.google.com/file/d/12ujzzZJE8BPTo-uIGwhrUhNvyHDCZlhD/view
संत रामपाल जी के भक्तो के लिए पुस्तक "शंका सामाधान" अन्येथा खून के आँसू रोवोगेShanka Samadhan book (Maryada ki Book)
https://drive.google.com/file/d/1b_0HRgPMRaqpDbxDihau3KmGDD5bCOI2/view?pli=1
#creations #creationofthegods #creationshorts #creationofallah #creationofgod #universe #worldnews #bigbang #multiverse #multiversus #
WP 7440914911
Satsewak HelpLine – 8690082023 , 8690952023
$$ जोग जीत कहो, सहज दास कहो, एक ही है परमात्मा सत्पुरुष कबीर अर्थात रामपालजी ही दोनों के रूप मैं आये थे
ये काल को धोखा हो जाता है की परमात्मा नहीं बल्कि परमात्मा का पुत्र इसका भाई आया है।
( इसी प्रकार ज्ञानी, विवेक आदि कोई भी १६ पुत्रो मै से किसी एक को समझ कर काल परमात्मा कबीर जी पर ही अटैक करता है तत्त्व ज्ञान न होने के कारण ) $$
5
views