खौफ के वो 24 घंटे: जब पॉम्पेई राख बन गया | Home Bound Historian

11 days ago
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यह एक आम सुबह की तरह शुरू हुआ। 24 घंटे बाद, पॉम्पेई शहर नक्शे से मिट गया था। लेकिन उन आखिरी, खौफनाक 24 घंटों में असल में क्या हुआ था?

यह सिर्फ एक डॉक्यूमेंट्री नहीं है; यह पॉम्पेई के आखिरी दिन का पल-पल का रीकंस्ट्रक्शन है, जो तबाही की ओर ले जाने वाली एक उलटी गिनती है। शानदार दृश्यों और नवीनतम पुरातात्विक सबूतों का उपयोग करते हुए, हम आपको 24 अगस्त, 79 ईस्वी में वापस ले जा रहे हैं, ताकि आप वेसुवियस के विस्फोट को ऐसे देख सकें जैसा पहले कभी नहीं देखा।

हम इसके असली निवासियों के आखिरी पलों को देखेंगे:

मोडेस्टस (Modestus), वो बेकर जिसकी 81 रोटियाँ आज भी भट्टी में हैं।

ल्यूसियस सेसिलियस (Lucius Caecilius), वो अमीर बैंकर जिसके रिकॉर्ड बच गए।

युमाकिया (Eumachia), वो शक्तिशाली पुजारिन।

"पॉम्पेई के प्रेमी" (Lovers of Pompeii), जो एक अंतिम आलिंगन में पाए गए।

दोपहर 1:00 बजे हुए पहले बड़े विस्फोट से लेकर, घरों की छतों को गिरा देने वाली "आतंक की बारिश" (प्यूमिस) तक, और उस सबसे लंबी, काली रात से लेकर उस आखिरी, घातक पायरोक्लास्टिक सर्ज (pyroclastic surge) तक जिसने शहर को एक पल में हमेशा के लिए जमा दिया। यह कहानी है कि कैसे एक शहर की मृत्यु हुई, और ऐसा करते हुए, वह हमेशा के लिए संरक्षित हो गया।

पॉम्पेई की कहानियाँ उन कलाकृतियों में लिखी हैं जो वे पीछे छोड़ गए। खंडहरों से मिला कौन सा एक सबूत आपको सबसे ज़्यादा झकझोर देता है? अपने विचार नीचे कमेंट्स में साझा करें।

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