संविधान की कमजोर कड़ी: अनुच्छेद 26 और हिंदुओं के साथ होने वाला अन्याय

11 days ago
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अनुच्छेद 26 की सुरक्षा “religious denomination” जैसे शब्द पर आधारित है, जो ईसाई-पश्चिमी सोच से आया है और हिंदू धर्म की विविधता को नहीं समझता।

ज़्यादातर हिंदू परंपराओं में कोई ठोस संगठनात्मक ढांचा नहीं होता, इसलिए वे इस परिभाषा में फिट नहीं होते और कानूनी संरक्षण से वंचित रह जाते हैं।

भारत के दो-तिहाई हिंदू किसी एक पंथ से नहीं जुड़े हैं, फिर भी वे धार्मिक परंपराओं का पालन करते हैं — पर उन्हें अनुच्छेद 26 के अधिकार नहीं मिलते।

ईसाई संस्थाओं को पूरी संवैधानिक सुरक्षा मिलती है, लेकिन अधिकतर हिंदू मंदिर — खासकर स्वतंत्र और स्थानीय — सरकारी नियंत्रण में हैं, क्योंकि व्याख्या एकतरफा है।

न्याय के लिए ज़रूरी है कि अनुच्छेद 26 की व्याख्या भारत की सनातन परंपरा और हिंदू दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर हो, ताकि हर आस्था और आध्यात्मिक मार्ग को समान हक़ मिल सके।

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