सार शब्द बिन मोक्ष नहीं।

1 month ago
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सार शब्द बिन मोक्ष नहीं।

कबीर,
देही नाम सब कोई जाना।
नाम विदेह बिरले पहचाना।।

भावार्थ:-
देहीनाम का अर्थ है शरीर धारी माता से गर्भ लेने वाले प्रभु ब्रह्मा, विष्णु तथा महेश, गणेश आदि के नाम तो सब जाप करते हैं,

परंतु विदेह (कबीर जी) जो माता-पिता के सम्पर्क से बने शरीर रहित (शुक्रम अकायम् असनाविरम कविर्देव यजुर्वेद अध्याय 5 श्लोक 8 में बताया है।)

के मंत्र नाम को किसी बिरले ने पहचाना है। उस विदेह शब्द यानि सार शब्द बिन मोक्ष नहीं।

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