विशाल समुद्र को एक ही घूंट में पी गये।

2 months ago
24

कबीर, हाथों पर्वत फाड़ते, समुन्द्र घूट भराय।
ते मुनिवर धरती गले, का कोई गरब कराय॥

कबीर परमेश्वर जी कहते है जो अतुलित बलशाली थे, जिनके बल की सीमा न थी।
जिन्होंने अपने बल पराक्रम से पर्वत फाड़ डाला और विशाल समुद्र को एक ही घूंट में पी गये।
जब ऐसे श्रेष्ठ लोग धरती में गल गये फिर यहां किसी के अहंकार का क्या मूल्य?
काल के विकराल पंजे से कोई नहीं बच सकता।

#thelifafa0091
#thelifafa

Loading comments...