जो खोता है, वही पाता है

2 months ago
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"कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है — यह सिर्फ एक कहावत नहीं, बल्कि जीवन का गहरा सत्य है। स्वर्ग तक पहुंचने के लिए भी प्राणों का त्याग करना पड़ता है, लेकिन त्याग मात्र ही पर्याप्त नहीं, उसके साथ कर्म का होना भी आवश्यक है। यह रचना जीवन और मृत्यु के उस गूढ़ संबंध को उजागर करती है, जहां कर्म और नियति दोनों साथ चलते हैं। क्या हम स्वयं अपने कर्मों से मार्ग तय करते हैं, या किसी अदृश्य शक्ति के हाथों चलाए जा रहे हैं? यह विचार आत्मनिरीक्षण के लिए प्रेरित करता है।"

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