Garib Kisan

4 months ago
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गाँव में रामू नाम का एक मेहनती किसान रहता था। वह रोज़ सुबह सूरज उगने से पहले उठता और अपने खेतों में काम करने निकल जाता। उसके पास ज़्यादा ज़मीन नहीं थी, मगर वह जो भी करता, दिल से करता।

रामू अपने खेत में गेहूं, चावल और सब्जियाँ उगाता था। वह हल खुद चलाता, बीज खुद बोता और फसल खुद काटता। कभी बारिश समय पर नहीं होती, तो कभी सूखा पड़ जाता, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी।

एक साल उसकी फसल बहुत अच्छी हुई। गाँव वालों ने उसकी मेहनत की तारीफ की। रामू ने उस पैसे से अपने खेतों के लिए एक नया ट्यूबवेल लगवाया और एक छोटी सी ट्रॉली भी खरीदी।

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