परिवार बिखरने का कारण

5 months ago
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पत्नी और पति मे मन भेद का कारण......... REASON MIS UNDERSTANDING BW WIFE AND HUSBAND
1. हम शादी के बाद पुरानी झुंझलाहट लेकर चलते हैं हम नई बात से उससे दूर नहीं हो पाते हैं ….We carry old ting after marriage we are not able to argest with new thing
2शादी के बाद जीवन में प्राथमिकता निर्धारित नहीं कर पते है // जिस क्षण हम शादी करते हैं हमारी प्राथमिकता सुखी पारिवारिक जीवन होना चाहिए, आराम के बाद Eph 4:31-32 ….Setting wong priority in life after marriage //the moment we get married our priority should be happy family life rest afterward Eph 4:31-32
3. वित्तीय समस्या//साझेदार के साथ साझा करें आप सहायता प्राप्त कर सकते हैं ….Financial proble//share with partner u can get help
4. शैतानी प्रभाव//गलतफहमी//परिस्थिति//प्रभु से उत्सुकता से प्रार्थना करे ….Satnic effect//misunderstanding//circumstance//pray to lord eagerly
5. साझा करने की कमी//परिवार के हिस्से के दो थिंकटैंक है और समस्या हल हो सकती है ..... Lack of sharing//two thinkingtank of family share and problem may be solved
6.सीमा में झगड़ा कभी भी ढीले शब्द मत कहो तुम मेरा घर छोड़ दो // मुझे अपना चेहरा फिर से मत दिखाना ….Quarrel in limit Never say loose words u leave my house//don’t show me your face again
7.अगर हम बच्चों के सामने लड़ते हैं//बच्चों के सामने कभी नहीं लड़ हमेशा एकांत जगह मे झगड़ा करे ….If we fight in front of children//never fight in front of children always quarrel in lne place
8. कोई भी शादी से पहले रिश्ता को कभी नहीं सोचे या अन्य कोई सोच को महत्व नहीं दे या कोई दुख भरा गाना ना सुने 1 कोरन 12:13 …No thinking extra marrital affair other is neglect of no importance1 coran 12:13
9.आपस में उस विषय पर बात करें जिस विषय पर घर में झगड़ा हो, इधर-उधर न रहें Speak with each other on topic which there is quarrel in house don’t linger here and there
10. हमें अपनी गलती स्वीकार करनी होगी//कभी यह नहीं सोचना चाहिए कि मैंने अपनी प्रतिष्ठा को खो दिया है eph 4:31-32 We have to accept our mistake//don’t ever think I loose my prestige eph 4:31-32
11. हमें अपने गलत व्यवहार के लिए माफी मांगनी होगी // या कहें कि आपको पार्टनर में क्या पसंद नहीं है जहां eph 4:31-32 We have to ask apology for our wrong behavior //or say what u dontlike in partner where eph 4:31-32
12.किसी पुरुष या महिला के साथ झगड़े में संबंध न बनाएं….Don’t bring relationship with in quarrel either male or female
13. ताना या गलत शब्द न दें……Don’t give tana or mis word
14. प्यार की बातें:- पत्नी के साथ अकेले में बात करते हुए आराम से शांत समय बिताएं......Love talk:-share relaxed quiet time with wife talking in private
15. पत्नी को बार-बार उपहार दें .....Give gift to wife frequently
16. एक-दूसरे की तारीफ करें//छोटी-छोटी बातों पर//जबरदस्ती मौके की तलाश करें ......Praise each other//on small things//look for forced opportunity
17. एक दूसरे के साथ समय बिताएं .......Spend time with each other
18. दोनों को खुले तौर पर बोलें न कि कोड वर्ड्स में .....Speak both in open manner not in code words
19 घर में सामूहिक रूप से काम बांटें//पूरे उत्साह के साथ .......Share work in home collectively//withfull enthasisasm
पुन: विवाह......RE MARRAGE
1 कुरिन्थियों 7:11 (और यदि अलग भी हो जाए, तो बिन दूसरा ब्याह किए रहे; या अपने पति से फिर मेल कर ले) और न पति अपनी पत्नी को छोड़े
1 कुरिन्थियों 7:39 जब तक किसी स्त्री का पति जीवित रहता है, तब तक वह उस से बन्धी हुई है, परन्तु जब उसका पति मर जाए, तो जिस से चाहे विवाह कर सकती है, परन्तु केवल प्रभु में
1 कुरिन्थियों 7:40 परन्तु जेसी है यदि वैसी ही रहे, तो मेरे विचार में और भी धन्य है, और मैं समझता हूं, कि परमेश्वर का आत्मा मुझ में भी है…..
1 तीमुथियुस 5:14 इसलिये मैं यह चाहता हूं, कि जवान विधवाएं ब्याह करें; और बच्चे जनें और घरबार संभालें, और किसी विरोधी को बदनाम करने का अवसर न दें
1 तीमुथियुस 5:16 यदि किसी विश्वासिनी के यहां विधवाएं हों, तो वही उन की सहायता करे, कि कलीसिया पर भार न हो ताकि वह उन की सहायता कर सके, जो सचमुच में विधवाएं हैं
पत्नी को त्याग ......DIVORCE
यहेजकेल 44:22 वे विधवा वा छोड़ी हुई सत्री को ब्याह न लें; केवल इस्राएल के घराने के पंश में से कुंवारी वा ऐसी विधवा बयाह लें जो किसी याजक की स्त्री हुई हो...priest
मत्ती 5:31-32 यह भी कहा गया था, कि जो कोई अपनी पत्नी को त्याग दे तो उसे त्यागपत्र दे। 32 परन्तु मैं तुम से यह कहता हूं कि जो कोई अपनी पत्नी को व्यभिचार के सिवा किसी और कारण से छोड़ दे, तो वह उस से व्यभिचार करवाता है; और जो कोई उस त्यागी हुई से ब्याह करे, वह व्यभिचार करता है
मत्ती 19:8 उस ने उन से कहा, मूसा ने तुम्हारे मन की कठोरता के कारण तुम्हें अपनी अपनी पत्नी को छोड़ देने की आज्ञा दी, परन्तु आरम्भ में ऐसा नहीं था।
मत्ती 19:8-12 (reason why divorce commandement)
मत्ती 19:9 और मैं तुम से कहता हूं, कि जो कोई व्यभिचार को छोड़ और किसी कारण से अपनी पत्नी को त्यागकर, दूसरी से ब्याह करे, वह व्यभिचार करता है: और जो उस छोड़ी हुई को ब्याह करे, वह भी व्यभिचार करता है
मरकुस 10:11उस ने उन से कहा, जो कोई अपनी पत्नी को त्यागकर दूसरी से ब्याह करे तो वह उस पहिली के विरोध में व्यभिचार करता है

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