गीता ज्ञान

3 months ago
79

संत रामपाल जी महाराज के अनुसार जीवन का अंतिम उद्देश्य केवल और केवल परमात्मा की प्राप्ति है। सतगुरु के मार्गदर्शन में रहते हुए, सच्ची भक्ति और साधना के माध्यम से ही आत्मा को मोक्ष प्राप्त हो सकता है। यह जीवन अत्यंत मूल्यवान है और इसका सही उपयोग केवल सत्गुरु की शरण में ही संभव है।

Loading comments...