जितने भी हिंसा से आजादी चाहते थे वे सब गोलियों से मारे और जो हिंसा नही चाहते थे वे मारे ही नहीं

1 year ago
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जितने भी हिंसा से आजादी चाहते थे वे सब गोलियों से मारे और जो हिंसा नही चाहते थे वे मारे ही नहीं
#deshbhakt desh bhakt bharat

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