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आईएमएफ और डब्ल्यूटीओ - आर्थिक नियंत्रण और शोषण के साधन

7 months ago
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अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की वैश्विक अर्थव्यवस्था में उनकी भूमिका के लिए लंबे समय से आलोचना की जाती रही है। आलोचकों का तर्क है कि ये संस्थाएँ एक शक्तिशाली अभिजात वर्ग के उपकरण के रूप में काम करती हैं, जिसका लक्ष्य उन देशों की अर्थव्यवस्थाओं और प्राकृतिक संसाधनों पर हावी होना है, जिन्हें वे लक्षित करते हैं। यह निबंध इन आलोचनाओं की पड़ताल करता है, जिसमें यह जांच की जाती है कि आईएमएफ और डब्ल्यूटीओ पर राष्ट्रीय नेताओं को मजबूर करने और हेरफेर करने के लिए "आर्थिक हिटमैन" को तैनात करने का आरोप कैसे लगाया जाता है, और कैसे उनके व्यवहार ने विकासशील देशों में आर्थिक ठहराव और निर्भरता को जन्म दिया है। इसके अतिरिक्त, यह चर्चा करता है कि कैसे ब्रिक्स राष्ट्र (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) इन संस्थाओं से खुद को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं।

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