मन के गंदे और अश्लील विचारों को कैसे रोकें? Buddhist Story To Relax Your Mind | Gautam Buddha Story

9 months ago
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मन के गंदे और अश्लील विचारों को कैसे रोकें? Buddhist Story To Relax Your Mind | Gautam Buddha Story
एक समय की बात है, गौतम बुद्ध के शिष्य अनांद ने एक साधु के बारे में सुना। उस साधु का यह कहना था कि उनके मन में कभी भी कोई गंदे या अश्लील विचार नहीं आते थे। अनांद ने बुद्ध से उस साधु के यह वचनों के बारे में पूछा।

गौतम बुद्ध ने अनांद को समझाया कि साधु की यह बात सिद्ध नहीं हो सकती है, क्योंकि मनुष्य के मन में तो निरंतर विभिन्न प्रकार के विचार उत्पन्न होते रहते हैं।

फिर बुद्ध ने अनांद को अपने साथ एक यात्रा पर ले जाने का निर्देश दिया। वह एक गहरे जंगल में पहुंचे और वहाँ एक बहुत ही घने वन में चलने लगे।

वहाँ जाते-जाते, अनांद ने देखा कि एक छोटी सी नदी के किनारे एक शांति और सामर्थ्य की अद्भुत छवि स्थापित की गई है। वहाँ एक साधु बैठा था, जो चैतन्य और संतोष से परिपूर्ण था।

अनांद ने बुद्ध से पूछा, "यह साधु क्यों इतने शांत और संतुष्ट लग रहे हैं?"

गौतम बुद्ध ने अनांद को बताया कि वह साधु नदी के किनारे बैठे ऐसा नहीं है कि उसके मन में कभी भी गंदे या अश्लील विचार नहीं आते हों। बल्कि वह उन विचारों को अपने मन के समुद्र में भाग देता है और साधना के माध्यम से अपने मन को शुद्ध करता है। वह अपने मन को शांति और संतुष्टि से भर देता है, जिससे कि उसे किसी भी प्रकार के अश्लील विचारों का सामना नहीं करना पड़ता।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें अपने मन को नियंत्रित करने और शुद्ध करने की प्रक्रिया में लगे रहना चाहिए। साधना और ध्यान के माध्यम से हम अपने मन को शांति और संतुष्टि से भर सकते हैं, जिससे कि हम अपने विचारों को नियंत्रित कर सकें।

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