मनुष्य के शरीर में बसे प्रेत को बाँध कर उससे बात करने की शक्ति देगा ये मन्त्र

11 months ago
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ॐ नमो आदेश गुरु कुं, श्वेत घोड़ो, श्वेत पलाण, तिणी चढ़ी चाले मोहम्मद खां, घर-घर जाते चाल्या मोहम्मदपीर, नव से पाखर लार, चीर बांधूं, नीर बांधूं, जुगाड़ बांधूं, छल बांधूं, छिद्र बांधूं, भूत बांधूं, प्रेत बांधूं, दुष्ट बांधूं, मूठ बांधूं, रक्तियो, कडूयियो मसान बांधूं, चौंसठ जोगिनी बांधूं, बसचप क्षेत्रपाल बांधूं, लख चौरासी छलाकी बांधूं, चाहुंदीशे मसान बांधू, वाट को वटाऊको बांधूं, घाट को बांधूं, हाट पटड़ को बांधूं, कीट धड़ को बांधूं, टाल को बांधूं, तलिया को बांधूं, रूख को बांधूं, वृक्ष को बांधूं, रोड़ी को बांधूं, राख को बांधूं, आवतो जावतो वाट को बांधूं, बाकि खुदा रसुल्ला की आन, तीस रोजा की आन, नव नाथ चौरासी सिद्ध की आन, एक लाख अस्सी हजार पैगम्बर की आन, हनुमंत जाति की आन, दुहाई, सुलेमान पैगम्बर की आन, इह कात नम नमे किम छे, वेग मन्त्र का तिवा लेग, लग ते काट शिरी, शिरी ते काट नाड़ी, नाड़ी ते काट कलेजा, कलेजा ते काटी, रुका-रुका ते काटी तेली, तेली ते काट, बाल-बाल ते काटी छ्पड़ी, बते काटी तवड़ी, ते काटी, हाड़ हाड़ ते काटी, हिया हिया ते काट मांस, मांस ते काटी चाम, चाम ते काट वेग, मन्त्र न काटे तो श्री महादेव पार्वती बीबी जले खांम वे जपा ऊंदे वेगी, मंत्र न काटे तो सुलेमान पैगम्बर की लाख कौड़ी दुहाई, गुरु की शक्ति मेरी भक्ति फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा .

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