Be Prepared | जीत और हार का अंतर | Harshvardhan Jain

9 months ago
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Prepare to perform better than your potential. Practice makes you stronger than ever. So keep practicing hard to expand the horizons of your potential. Preparation is a weapon to glorify your success.

युद्ध हो या खेल, जीत उसी को मिलती है, जो पहले से तैयार होता है। आत्मविश्वास उसी का सातवें आसमान पर होता है, जिसकी तैयारी शानदार होती हैं। जिसकी पहले से तैयारी होती है, उसे हार का डर नहीं होता है, बल्कि जीत की अभिलाषा होती है। अभ्यास की पुनरावृति से तैयारी के आरंभ तक, सफलता के नए युग का प्रारंभ होता है। तैयारी से आपके सामर्थ्य का विस्तार होता है और आपकी कल्पनाओं के अनुसार संभावनाओं का विस्तार होता है। वही योद्धा अजेय होता है जिसकी तैयारी हमेशा सर्वश्रेष्ठ होती है क्योंकि तैयारी का कोई विकल्प नहीं होता है। औपचारिकताओं के कंधे पर सवार होकर तैयारी का उदय नहीं होता है। इसलिए सिर्फ औपचारिकताएं मत निभाओ, बल्कि जिम्मेदारी निभाओ. तैयारी का माहौल अपने आप बन जाएगा। जो लोग तैयारी करना अपना धर्म समझते हैं, वे सफलता की दुनिया में मिसाल बन जाते हैं, अमर हो जाते हैं।

दुनिया में यदि बड़ा बनना चाहते हो तो खुद को और अपने समय को नियंत्रित करो क्योंकि समय की चाल सबसे तेज होती है। तेजी से बदलते हुए समय के अनुसार खुद को बदलना सफलता के अनुकूल बनना कहलाता है। लगातार सीखने की आदत, लगातार कुछ नया करने की आदत और लगातार खुद को नए सांचे में ढालने की आदत आपको सफलता के योग्य बनाती है। जो समय से आगे सोचने की हिम्मत रखता है, कोशिश करता है और कल्पनाएं करता है। एक दिन उसका कद आसमान से ऊंचा होता है। यदि आपको आश्चर्यजनक सफलता चाहिए तो खुद का कड़ा मूल्यांकन और कड़ा अनुसंधान करो। अपनी कमियों को ढूंढकर जड़ से उखाड़ कर फेंक दो और अपनी अच्छाइयों को सकारात्मक विचार देकर इतना बड़ा बनाओ कि आसमान भी छोटा पड़ जाए। सफल लोग अपनी अच्छाइयों को निखारने का दिन रात प्रयास करते हैं। जब अच्छाइयां बड़ी हो जाती हैं, तब लोग आपकी कमियों को नजरअंदाज कर देते हैं। इसलिए अपने सकारात्मक पहलुओं का विस्तार करो। सफलता का विस्तार स्वतः हो जाएगा।

सफलता उसी के सिर पर शोभायमान होती है, जिसकी तैयारी जबरदस्त होती है। तैयारी के कंधों पर ही साहस का विकास होता है। जहां तैयारी होती है, वहां जीत की संभावनाएं होती हैं और जहां तैयारी का अभाव होता है, वहां हार का डर चारों तरफ दिखाई देता है। इसलिए हार का डर नहीं, बल्कि जीत का जश्न मनाने की तैयारी करो। हर रोज एक एक कदम आगे बढ़कर तैयारी करने से एक दिन हार के सारे विकल्प खत्म हो जायेंगे। चैंपियन जीत और हार के विषय में नहीं, बल्कि अपनी सर्वश्रेष्ठ तैयारी करने की बात करता है। खिलाड़ी की तैयारी के अनुसार ही प्रदर्शन होता है। इसलिए खिलाड़ी बार-बार अभ्यास करने में ही अपना समय लगाता है। ओलंपिक की रेस में जीत और हार का अंतर बहुत कम होता है क्योंकि तैयारी सभी खिलाड़ी रिकॉर्डतोड़ करते हैं। खुद को इतना सक्षम बनाओ कि हर परिस्थिति से निपटना आ जाए। तैयारी व्यक्ति को ताकतवर बनाती है।

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