काशी शहर को क्यों माना जाता है सबसे पवित्र स्थल ? | अर्था | आध्यात्मिक विचार

7 years ago
१ काशी जिसे अब बनारस के नाम से जाना जाता है गंगा नदी के तट पर स्थित है और 'भारत की सांस्कृतिक राजधानी' के रूप में लोकप्रिय है। २ यह मान्यता है की काशी को स्वयं भगवान शिव ने बसाया था ३ भगवान शिव को काशी के संगीत बौद्धिक शक्ति और लोगों से प्यार हो गया और इस शहर को अपना निवास स्थान बनाने का फैसला किया। ४ काशी को " मोक्ष धाम" माना जाता है और ऐसा मानना है की यह आशीर्वाद इसे स्वयं सर्वशक्तिमान ईश्वर से प्राप्त हुआ है ५ काशी पृथ्वि का पर सबसे पुराना शहर है ६ मार्क ट्वेन ने कहा था "बनारस इतिहास से भी पुराना है परंपरा से अधिक पुराने हैं कथाओ से भी पुराना है और इन सभी को एक साथ रख कर भी देखें तोह भी यह उनसे दोहरे गुना में पुराना है" ७ काशी हिंदू धर्म और जैन धर्म में सात पवित्र शहरों (सप्त पुरी) में से एक पवित्र शहर है काशी ने बौद्ध धर्म के प्रारंभिक चरणों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ८ हिंदू महाकाव्य 'महाभारत' के नायक पांडवोंने भगवान शिव की तलाश में इस शहर का दौरा किया ९ सबसे प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से एक

काशी शहर को क्यों माना जाता है सबसे पवित्र स्थल ? | ARTHA

१ काशी, जिसे अब बनारस के नाम से जाना जाता है, गंगा नदी के तट पर स्थित है और 'भारत की सांस्कृतिक राजधानी' के रूप में लोकप्रिय है।
२ यह मान्यता है की काशी को स्वयं भगवान शिव ने बसाया था
३ भगवान शिव को काशी के संगीत, बौद्धिक शक्ति और लोगों से प्यार हो गया और इस शहर को अपना निवास स्थान बनाने का फैसला किया।
४ काशी को " मोक्ष धाम" माना जाता है, और ऐसा मानना है की यह आशीर्वाद इसे स्वयं सर्वशक्तिमान ईश्वर से प्राप्त हुआ है
५ काशी पृथ्वि का पर सबसे पुराना शहर है
६ मार्क ट्वेन ने कहा था, "बनारस इतिहास से भी पुराना है, परंपरा से अधिक पुराने हैं, कथाओ से भी पुराना है, और इन सभी को एक साथ रख कर भी देखें तोह भी यह उनसे दोहरे गुना में पुराना है"
७ काशी हिंदू धर्म और जैन धर्म में सात पवित्र शहरों (सप्त पुरी) में से एक पवित्र शहर है , काशी ने बौद्ध धर्म के प्रारंभिक चरणों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है
८ हिंदू महाकाव्य 'महाभारत' के नायक पांडवोंने,भगवान शिव की तलाश में इस शहर का दौरा किया
९ सबसे प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से एक, काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है
१० यहाँ पृथ्वी पर मौजूद भगवान शिव के बारह "ज्योतिर्लिंग" में से एक "ज्योतिर्लिंग" मौजूद है
११ वाराणसी सिल्क, मलमल, सोने और चांदी के जरी वस्त्र, हाथीदांत के काम, अतर और मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है
१२ काशी में गंगा नदी के तट पर 'रामचरितमानस' लिखने वाले ऋषि तुलसीदास से लेकर, आधुनिक समय के मुंशी प्रेम चंद सभी इस शहर में रह चुके हैं

Loading comments...