भिवानी का ड्रीमलैंड मेला

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भिवानी के पशु मेले में पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहरलाल, करोड़ों के घोड़ों और पशुओं को देख हुए रोमांचित
सीएम मनोहर लाल ने मेले में गायों और ऊंटों को देखा। उन पर हाथ फेर उनके बारे में पशुपालकों से भी जानकारी ली। उन्होंने घोड़ों की दौड़ और उनके जंप और दूसरे करतब देखे। प्रदर्शनी का निरीक्षण भी किया। उन्होंने पशुपालकों की हौसला अफजाई भी की।

Manoj Kumar
Publish:Sun, 27 Feb 2022 02:42 PM (IST)
Updated:Sun, 27 Feb 2022 02:42 PM (IST)
भिवानी के पशु मेले में पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहरलाल, करोड़ों के घोड़ों और पशुओं को देख हुए रोमांचित
भिवानी के पशु मेले में पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहरलाल, करोड़ों के घोड़ों और पशुओं को देख हुए रोमांचित
भिवानी में सीएम मनोहर लाल घोड़ों को देखते हुए सीएम मनोहर लाल

जागरण संवाददता, भिवानी : मुख्यमंत्री मनोहरलाल राज्य स्तरीय पशुधन मेले में पहुंचे। यहां पहुंच कर उन्होंने प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। गायों और ऊंटों को देखा। उन पर हाथ फेर उनके बारे में पशुपालकों से भी जानकारी ली। उन्होंने घोड़ों की दौड़ और उनके जंप और दूसरे करतब देखे। प्रदर्शनी का निरीक्षण भी किया। उन्होंने पशुपालकों की हौसला अफजाई भी की। यह भी भरोसा दिया कि हरियाणा में पशुधन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उनके साथ कृषि मंत्री जेपी दलाल, सांसद धर्मबीर सिंह, विधायक घनश्याम सर्राफ आदि भी मौजूद रहे। इससे पहले वह हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के स्वर्ण जयंती अलंकरण समारोह में पहुंचे।

हम 2025 तक लागू करेंगे नई शिक्षा नीति : मुख्यमंत्री

भिवानी : आजादी के अमृत महोत्सव पर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अलंकरण समारोह में पहुंंच मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने शिक्षा बोर्ड के स्वर्ण जयंती द्वार का नारियल फोड़ कर उद्घाटन किया। इससे पहले उन्होंने अटल बहु उद्देश्यीय सभागार का भी भूमि पूजन किया। अलंकरण समारोह में मुख्यमंत्री ने प्रतिभावान बच्चों के अलावा नकल रहित परीक्षाओं के संचालन में अहम भूमिका निभाने वाले प्रोफेसर्ज को भी सम्मानित किया। उनकी हौसलाअफजाई की। उन्होंने कहा कि सुपर-100 में टापर आने वालों में भिवानी के चार बच्चे हैं। यह खुशी की बात है।

मुख्यमंत्री ने कहा देश में नई शिक्षा को लागू करने का लक्ष्य वर्ष 2030 रखा गया है। हम इस शिक्षा नीति को वर्ष 2025 तक लागू कर देंगे। शिक्षा और संस्कार साथ चलते हैं। इसके साथ शिक्षा का आंकलन भी जरूरी है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड परीक्षाओं का सफल आयोजन करवा कर इसे बखूबी निभा रहा है। एक समय था जब नकल का बहुत ज्यादा प्रचलन हो चला था। शिक्षा बोर्ड ने इस पर रोक लगा कर सराहनीय कार्य किया है। नकल पर रोक लगाना अनिवार्य इसलिए भी था कि योग्य बच्चे ही आगे आ सकें। देश और समाज सेवा के लिए योग्यता का उभरना जरूरी है। शिक्षा, परीक्षा और दीक्षा के सिद्धांत पर चल कर शिक्षा को बेहतरीन बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। हुनर पैदा करने और बच्चे-बच्चे को हुनरमंद बनाने के लिए पलवल में स्किल विश्वविद्यालय खोला गया है।

मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि जीवन निर्माण के सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड अहम भूमिका निभा रहा है। सुपर-100 का एक संस्थान होता था और अब चार संस्थान हैं। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने राष्ट्रीय सोच के तहत कक्षा छह से इतिहास को और बेहतर करने के लिए पुस्तकें प्रकाशित कराई हैं। नए सत्र से पाठयक्रम में इनको शामिल करने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा बोर्ड को बेहतर से बेहतर करने के लिए हमारे प्रयास है। उन्होंने शिक्षा बोर्ड चेयरमैन डा. जगबीर सिंह ओर उनकी कार्यप्रणाली की सराहना की।

शिक्षा मंत्री कंवरपाल सिंह ने कहा शिक्षा में सुधार हो रहा है।

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड पाठयक्रम इतिहास को बदल कर सराहनीय कार्य किया है। जो गलत जानकारी थी उसे हटाया गया है। शिक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल की सराहना की और कहा कि एक समय था जब नौकरी मुश्किल हो चली थी। अब नौकरियों में पूरी पारदर्शिता लाई गई है। बच्चे अब पढ़ाई पर ध्यान दे रहे हैं। योग्य अध्यापक ही बच्चों के भविष्य को उज्वल बना सकता है। इस पर गंभीरता से ध्यान दिया जा रहा है।

नए सत्र से कक्षा छह से 10 तक इतिहास का नया पाठयक्रम लागू होगा

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा. जगबीर सिंह ने कहा कि कक्षा छह से 10 तक के इतिहास की पुस्तकें तैयार की गई हैं। गलत इतिहास बढ़ाया जा रहा था उसे सुधारा गया है। नए सत्र से इनको पाठयक्रम में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा सीबीएसई की तर्ज पर स्टैंडर्ड मैथ और बेसिक मैथ नए सत्र से शुरू किया जाएगा। इस मौके पर शिक्षा बोर्ड सचिव कृष्ण कुमार, उपाध्यक्ष वीपी यादव आदि भी मौजूद रहे।

समारोह में बच्चों ने दी रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां

आजादी के अमृत महोत्सव पर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के स्वर्ण जयंती अलंकरण समारोह में बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दे कर मौजूद लोगों का दिल जीत लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में हरियाणवी नृत्य, सामूहिक नृत्य, एकल नृत्य, सरस्वती वंदना आदि बहुत ही रोचक कार्यक्रम हुए।

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