देवी-देवताओं की रौद्र रूप वाली तस्‍वीरें या मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए #factsinhindi #hindudeity

1 year ago
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वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है, जिसमें वास्तुशास्त्रीय नियमों और दिशा-निर्देशों के अनुसार घर और अन्य स्थानों का निर्माण किया जाता है। इस विज्ञान के अनुसार, पूजा घर या मंदिर के निर्माण में विशेष ध्यान दिया जाता है ताकि घर के लोग शांति और समृद्धि के साथ जीवन जी सकें।

वास्तु शास्त्र में कुछ लोग यह मानते हैं कि रौद्र रूप वाली तस्वीरें या मूर्तियां घर में न रखने से लोगों के बीच झगड़े-कलह हो सकते हैं और घर में अशांति पैदा हो सकती है। इसलिए, पूजा घर में हमेशा देवी-देवताओं के सौम्य रूप वाली आशीर्वाद देती हुई मूर्तियां रखने की सलाह दी जाती है।

धार्मिक दृष्टिकोन से भी इस पर परंपरागत मान्यताएं हैं कि पूजा स्थल पर शांति एवं प्रसन्नता बनी रहती है और वहां भक्तों को आशीर्वाद मिलता है। देवी-देवताओं के सौम्य रूप के दर्शन भक्तों को भक्ति एवं आशीर्वाद का अनुभव कराते हैं जो उन्हें सकारात्मक विचारों और भावनाओं में परिवर्तन लाता है।

यह धर्मिक एवं वास्तुशास्त्रीय नियम अलग-अलग व्यक्तियों के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकते हैं और विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं में विभिन्नता भी हो सकती है। इसलिए, वास्तुशास्त्र एवं धर्म के संबंध में अपनी स्थानीय परंपरा और विशेषज्ञों से परामर्श लेना उचित होगा।

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