भगवा महोत्सव की धूम

1 year ago
7

भगवा महोत्सव की धूम
पुण्य सलिला माँ नर्मदा तट पर स्थापित होगी विश्व की दूसरी विशालकाय केसरिया धर्मध्वजा
हिन्दू नव वर्ष पर केसरिया रंग में रँगेगी संस्कारधानी
शहर विकास के लिए लिया संकल्प
जबलपुर। अखंड और समर्थ भारत के साथ ही शहर विकास के संकल्प को लेकर एक बार फिर वात्सल्य सेवा धाम द्वारा ग्वारीघाट स्थित सिद्ध घाट पर विश्व की दूसरी और मध्य प्रदेश की पहली विशालकाय केसरिया धर्म ध्वजा स्थापित करने जा रहा है। 121 फीट ऊंची धर्म ध्वजा 22 मार्च को हिंदू नव वर्ष पर स्थापित की जाएगी। विशालकाय धर्म ध्वजा की स्थापना के लिए आज मां नर्मदा तट के सिद्ध घाट पर शास्त्रीय विधि विधान से वात्सल्य सेवा धाम शिष्य मंडल के युवा संत गुरु अभिषेक सिंह ने धाम के श्रद्धालुओं की मौजूदगी में भूमि पूजन कर शहर विकास के संकल्प के साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार को दोहराया।
वात्सल्य सेवा धाम के युवा संत गुरु अभिषेक ने जानकारी देते हुए बताया कि यह धर्म ध्वजा 22 मार्च को हिंदू नव वर्ष पर भव्यता के साथ स्थापित की जाएगी।
करौंदी आश्रम के बटुक करेंगे स्वस्तिवाचन और शंखनाद
कार्यक्रम में करौंदी स्थित महर्षि आश्रम से तकरीबन दो हजार बटुक आएंगे जो कार्यक्रम के दौरान एक साथ स्वस्तिवाचन और शंखनाद करेंगे।
विश्व की पहली धर्म ध्वजा मुंबई में
जानकारी के मुताबिक विश्व की पहली धर्म ध्वजा मुंबई में स्थापित है जिसकी ऊंचाई 243 फीट है।
51 मंडलिया करेंगी सुंदरकांड
पुण्य सलिला मां नर्मदा तट पर केसरिया महोत्सव के तहत की जा रही धर्म ध्वजा की स्थापना के दौरान 51 धर्म मंडलियों द्वारा सुंदरकांड पाठ किया जाएगा।
नर्मदा तट पर बजेंगे नागपुर के ताशा ढोल
कार्यक्रम के दौरान नागपुर के सुप्रसिद्ध ताशा ढोल अपनी शानदार प्रस्तुति देंगे।
2 लाख केसरिया ध्वजों से सजेगा शहर
घर-घर वितरित किए जाएंगे पीले चावल और केसरिया ध्वज
केसरिया महोत्सव को भव्यता प्रदान करने वात्सल्य सेवा धाम शिक्षा मंडल द्वारा घर-घर जाकर पीले चावल और केसरिया ध्वज वितरित किया जाएगा। इसके साथ ही शहर के कोने कोने पर केसरिया धर्म ध्वजा लगाई जाएगी।जिससे महोत्सव के दौरान पूरी संस्कार धानी केसरिया रंग में रंगी नजर आएगी।
शहर और आसपास के लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए बाहर न जाना पड़े इसलिए युवा संत ने यह बीड़ा उठाया है। उनका मानना है कि जबलपुर के पिछड़ेपन को लेकर लिया गया उनका यह संकल्प जल्द ही पूरा हो सकेगा।
गुरु अभिषेक
वात्सल्य सेवा धाम शिष्य मण्डल
केसरिया महोत्सव में साधु संतो सहित 17 जिलों के श्रद्धालु होंगे शामिल।
ये रहे उपस्थित
दीपक सेठी
दीपक शर्मा
टीटू सोनकर
अनुराग अग्रवाल
पिंटू देवनाथ
दीपांशु साहू
अमित कोरी
अंकित हांडा
राहुल महावर
अजय मिश्रा
संगम राज सिंह
बसंत महावर
शुभम गुप्ता
के के नामदेव
हिमांशु रजक
अंकित सिंह राजपूत
प्रणब गौतम
प्रत्यूष कनौजिया
कृष्णा रजक
यतीन्द्र उपाध्याय
अनुज पटेल
दर्शित रजक
शुभांशु पांडे
सागर कोटवानी
आशीष महाराज
संजय सिंह ठाकुर
हेमंत राय एवं समस्त वात्सल्य सेवा धाम शिष्य मंडल
●●●●●●●
केसरिया/भगवा रंग
◆◆◆◆◆◆◆
भगवा रंग उगते हुए सूर्य के समान है जो कि ज्ञान और कर्मठता का प्रतीक है। भगवा ध्वज यज्ञ की ज्वाला के अनुरूप होने के कारण त्याग, समर्पण, जन कल्याण की भावना, तप, साधना आदि का आदर्श रखता है। यह समाज हित में सर्वस्व अर्पण करने का प्रतीक है। स्वामी रामतीर्थ भगवा रंग के बारे में कहते हैं- “एक दृष्टि से मृत्यु तथा दूसरी दृष्टि से जन्म ऐसा दोहरा उद्देश्य यह रंग पूरा करता है।”

भगवा ध्वज का सतयुग से कलयुग का संपूर्ण इतिहास देखने के बाद यह ध्यान में आता है कि हिंदू समाज और भगवा ध्वज एक-दूसरे से अलग करना संभव नहीं है। हिंदू राष्ट्र, हिंदू समाज, हिंदू धर्म, हिंदू संस्कृति, हिंदू जीवन पद्धति, हिंदू तत्व ज्ञान, इन सबका भगवा ध्वज से अटूट नाता है। त्याग, वैराग्य, निःस्वार्थ वृत्ति, शौर्य, देश प्रेम ऐसे सब गुणों की प्रेरणा देने का सामर्थ्य भगवा ध्वज में है।

Loading comments...