श्री रामचरितमानस अनुसार ये 14 प्रकार के व्यक्ति मृतसमान है।रामचरितमानस

2 years ago
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श्री रामचरितमानस अनुसार ये 14 प्रकार के व्यक्ति मृत
समान है।

रामचरितमानस अवधी भाषा में गोस्वामी तुलसीदास
द्वारा १६वीं सदी में रचित प्रसिद्ध ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ को
अवधी साहित्य (हिंदी साहित्य) की एक महान कृति
माना जाता है। इसे सामान्यतः 'तुलसी रामायण' या
'तुलसीकृत रामायण' भी कहा जाता है। रामचरितमानस
भारतीय संस्कृति में एक विशेष स्थान रखता है।
रामचरितमानस की लोकप्रियता अद्वितीय है। उत्तर
भारत में 'रामायण' के रूप में बहुत से लोगों द्वारा
प्रतिदिन पढ़ा जाता है। शरद नवरात्रि में इसके सुन्दर
काण्ड का पाठ पूरे नौ दिन किया जाता है। रामायण
मण्डलों द्वारा मंगलवार और शनिवार को इसके
सुन्दरकाण्ड का पाठ किया जाता है।

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