पास्ता पास्ता पास्ता 10 मिनट में हो जाती है रेडि पास्ता🍲🥗🍲☺️✨
वैसे तो मुझे पास्ता बनाने नहीं आता फिर भी बनाई हूं 😀😄
1
view
आज में बनाने वाली हो केला का कीमा की सब्जी और उसमें है स्वाबिन🍲🥗🍱🥗🥗🥗🍲🥗🍱
आज मैं बनाने वाली हूं कीमा जोकि केला का है उसे बनाने के लिए पहले दो केले को मिली और उसे वाली हूं उबालने के बाद उसको अच्छे से पूस दी हूं पीसने के बाद बाद उसमें बाकी मसाले मिलाकर और उसे अच्छे से जान लेना फिर की सब्जी बनाना है तो मेरा वीडियो देखने के लिए शुक्रिया नमस्कार आप सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद ☺️
1
view
सोयाबीन बिरयानी जो सामान हर किसी के घर में रहता है उसी में बन जाएगी हमारी स्वाधीन बिरयानी🥗✨🍲🍱🍱
तो मैं बना रही हूं स्वाधीन बिरयानी इश्क में जो है बीच का जो मतलब कि मतलब भागता हुआ है ना नहीं दिखा पाई जिसमें है न मसाला बनाना था और किस तरह ना साबुन और चावल को रखना था तो उसमें मैं की थी कि स्वामी मसाला में है ना हल्दी प्यास तो आप को दिखाई थी कि प्याज कैसे पूछना है और उसमें मैं ब्याज में जब प्याज रेट हो गया तो मैं इसमें नमक मिर्च हल्दी धनिया पाउडर और और बिरयानी मसाला में उस में डाली थी और गरम मसाला जो होता है वह भी मसाला में डाली थी और उसके बाद वह जब भेजा गया था और एक तरफ दूसरे कराई में मैं चावल को भुज ली थी उसमें जीरा का फौरन और दो लोंग डालकर में चावल को भेजनी थी चारभुजा गया था और मसाला भी मेरा है ना तैयार हो गया था तो दोनों का ही में एक तराई में मसाला तैयार हो गया था और दूसरा है मतलब चावल भुजा गया था तो मैं एक बड़ी सी तस्लीम चावल को भी रख दी और सारे मसाले असली में पानी आली पानी भरे पानी भर ताकि उसमें पानी और हमारा प्यार हो गया वीडियो में दिखाएं जिसके लिए मैं माफी चाहती हूं अच्छा लगे तो लाइक करें
3
views
गरीब नाथ मंदिर 🙏🌺🙏Sri garib nath Mandil muzaffarpur (Bihar). #muzaffarpur #bihar✨🚩🚩🚩🚩
बाबा गरीबनाथ धाम (बाबा गरीबनाथ धाम) भारत के बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर में हिंदू धर्म का एक पवित्र पवित्र स्थान है । बाबा गरीब धाम भगवान शिव के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है और इसे बिहार के देवघर के रूप में जाना जाता है । जिले और राज्य भर से भक्त यहां प्रार्थना करने आते हैं और अपने बेहतर जीवन की कामना करते हैं, ऐसा माना जाता है कि सावन के महीने में प्रार्थना करने का विशेष महत्व है, जो सभी इच्छाओं को पूरा करने में मदद करता है।बाबा गरीबनाथ धाम
धर्म
संबंधन
हिन्दू धर्म
ज़िला
मुजफ्फरपुर
देव
शिव
समारोह
महा शिवरात्रि , शराबी मेला, नाग पंचमी
शासी निकाय
बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड
जगह
राज्य
बिहार
देश
भारत
बाबा गरीब स्थान मंदिर बिहार में स्थित हैबाबा गरीब स्थान मंदिर
मुजफ्फरपुर बिहार में स्थान
भौगोलिक निर्देशांक
26°7′28″N 85°23′25″E
✨बाबा गरीबनाथ मंदिर' ऐताहिसक मान्यता:
इस मंदिर का इतिहास 300 साल पुराना है. मान्यता है कि इस स्थान पर पहले घना जंगल हुआ करता था. इस जंगल के बीच सात पीपल के पेड़ थे. पेड़ की कटाई के समय अचनाक खून जैसा लाल पदार्थ निकलने लगा और जब इस जगह की खुदाई की गई तो यहां से एक विशालकाय शिवलिंग मिला. लोग बताते हैं कि इसके बाद जमीन मालिक को सपने में भगवान शिव ने दर्शन दिए थे. तब से ही यहां पर बाबा भोलेनाथ की पूजा की जाने लगी.
✨इस तरह पड़ा था 'बाबा गरीबनाथ मंदिर' का नाम:
लोगों का मानना है कि एक बेहद ही गरीब व्यक्ति था, उसके एक बेटी थी. बेटी की शादी के लिए घर में कुछ भी नहीं था. एक दिन व्यक्ति को सपने में बाबा के दर्शन हुए. जिसके बाद शादी के सभी सामानों की आपूर्ति अपने आप हो गई. तभी से इस धाम का नाम 'बाबा गरीबनाथ' पड़ गया.
2
views
आलू गोभी परोड़ की बन रही है मजेदार सब्जी 🍲 या स्टोटू
गोभी आलू फ्लोर की जो शादी होती है वह लहसुन डालकर उसे बनाते हैं मेरी मम्मी जुगाड़ ज्यादा तड़पता आपको भी अच्छा लगे तो आप भी बनाएगा और सब्जी और बताइएगा कमेंट में जरूर कैसा लगा सब्जी 🍲🍲✨✨🍲✨🥗🍲🍲✨🥗🥗🥗
1
view
आरोही का पत्ता का सब्जी 🍲✨✨✨✨🍲✨🥗🥗✨🥗🥗
आरोही का पत्ता का सब्जी जो बहुत स्वादिष्ट बनता है सब्जी का कचरी और सब्जी सब कुछ बनता है इसका सब्जी को बनाने में ज्यादा मेहनत नहीं है अगर आप इसे सीख जाए तो आप इसे तुरंत बना लेंगे 😀
अचार को संस्कृत में क्या कहते हैं 🤔✨🥗
आरोही का पत्ता का सब्जी जो बहुत स्वादिष्ट बनता है सब्जी का कचरी और सब्जी सब कुछ बनता है इसका सब्जी को बनाने में ज्यादा मेहनत नहीं है अगर आप इसे सीख जाए तो आप इसे तुरंत बना लेंगे 😀
धोती को संस्कृत में क्या कहते हैं 🤔
आरोही का पत्ता का सब्जी जो बहुत स्वादिष्ट बनता है सब्जी का कचरी और सब्जी सब कुछ बनता है इसका सब्जी को बनाने में ज्यादा मेहनत नहीं है अगर आप इसे सीख जाए तो आप इसे तुरंत बना लेंगे 😀
1
view
पटना महावीर मंदिर ।। mahaveer Mandir Patna Bihar
महावीर मंदिर, पटना शहर में स्थित हनुमान जी को समर्पित सबसे पवित्र हिंदू मंदिरों में से एक है। इस मंदिर की स्थापना मूल रूप से स्वामी बालानंद द्वारा की गई थी जो रामानंदी संप्रदाय के थे। वर्तमान मंदिर का जीर्णोद्धार 30 नवंबर से 4 मार्च 1985 के बीच किया गया था
साल 1730 में स्वामी बालानंद ने पटना जंक्शन के पास महावीर मंदिर की स्थापना की थी. (History Of Mahavir Mandir) रामानंद संप्रदाय से जुड़े संन्यासी साल 1900 तक महावीर मंदिर के मुख्य कर्ता-धर्ता थे. फिर 1948 तक गोसाईं संन्यासियों का महावीर मंदिर पर प्रभुत्व रहा. 1948 में पटना हाईकोर्ट ने इसे सार्वजनिक मंदिर घोषित कर दिया
1947 मेंभारत के विभाजन के बाद बड़ी संख्या में हिंदू शरणार्थियों के पटना आने सेइस मंदिर को लोकप्रियता मिली। इसके बाद, मंदिर को एक कंक्रीट के घर के रूप में फिर से बनाया गया, जिसे 1987 में एक विशाल संगमरमर के मंदिर का निर्माण करने के लिए ध्वस्त कर दिया गया था। इसमें हनुमान जी के अवतार संकट-मोचन की मूर्ति स्थापित है।
Patna News: पटना के महावीर मंदिर में मिलने वाले प्रसाद को खाने से हर तरह की बीमारी ठीक हो जाती है. बताया जाता है इस मंदिर में मिलने वाले लड्डू खाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी ठीक हो जाती है.
Patna Mahavir Mandir Historical Facts:देश के प्राचीन मंदिरों में से एक है पटना का महावीर मंदिर. ऐसा माना जाता है कि हनुमानगढ़ी के बाद ये एकलौता हनुमान जी का मंदिर है जहां भक्तों की सबसे ज्यादा भीड़ नजर आती है. कहा जाता है कि इसे 80 के दशक में नया रंग-रूप दिया गया था. ये मंदिर अति प्राचीन माना जाता है. मंदिर की बनावट और चकाचौंध भक्तों को यहां आने पर मजबूर कर देती है. यहां हर दिन बड़ी संख्या में भक्तों का आना जाना लगा रहता है. हालांकि मंगलवार और शनिवार के दिन यहां भक्तों की खासी भीड़ देखी जाती है. इस मंदिर की खास बात है कि यहां बजरंग बली की युग्म मूर्तियां यानि दो मूर्तियां एक साथ हैं.
माना जाता है कि इस मंदिर से मिलने वाले प्रसाद को खाने से हर तरह की बीमारी ठीक हो जाती है. बताया जाता है इस मंदिर में मिलने वाले लड्डू खाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी ठीक हो जाती है. सिर्फ पटना ही नहीं, देश के कोने कोने से लोग इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं. इतना ही नहीं, यहां हर दिन लाखों रुपये का चढ़ावा भी चढ़ाया जाता है. कहा जाता है कि यहां दर्शन करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
1730 में स्वामी बालानंद ने की थी मंदिर की स्थापना
साल 1730 में स्वामी बालानंद ने पटना जंक्शन के पास महावीर मंदिर की स्थापना की थी. (History Of Mahavir Mandir) रामानंद संप्रदाय से जुड़े संन्यासी साल 1900 तक महावीर मंदिर के मुख्य कर्ता-धर्ता थे. फिर 1948 तक गोसाईं संन्यासियों का महावीर मंदिर पर प्रभुत्व रहा. 1948 में पटना हाईकोर्ट ने इसे सार्वजनिक मंदिर घोषित कर दिया. अभी जो मंदिर है, उसका स्वरूप 1983-1985 के बीच आया. इसमें आचार्य किशोर कुणाल के प्रयास काफी सराहनीय है. पटना के पुराने लोग बताते हैं कि पटना जंक्शन के सामने बजरंगबली की मूर्ति की पूजा करने मीठापुर के रहने वाले झूलन पंडित आते थे. अभी जो महावीर मंदिर है, उसके ठीक पीछे अंग्रेजों का मुस्लिम कैंटीन हुआ करता था. मंदिर के पास लोहे का गेट था, जो शाम के बाद बंद हो जाता था, ताकि स्टेशन की ओर कोई न जा सके. उस समय रात में ट्रेन नहीं चला करती थी.
4
views
Patna Mahavir Mandir: पटना का महावीर मंदिर
महावीर मंदिर, पटना शहर में स्थित हनुमान जी को समर्पित सबसे पवित्र हिंदू मंदिरों में से एक है। इस मंदिर की स्थापना मूल रूप से स्वामी बालानंद द्वारा की गई थी जो रामानंदी संप्रदाय के थे। वर्तमान मंदिर का जीर्णोद्धार 30 नवंबर से 4 मार्च 1985 के बीच किया गया था
साल 1730 में स्वामी बालानंद ने पटना जंक्शन के पास महावीर मंदिर की स्थापना की थी. (History Of Mahavir Mandir) रामानंद संप्रदाय से जुड़े संन्यासी साल 1900 तक महावीर मंदिर के मुख्य कर्ता-धर्ता थे. फिर 1948 तक गोसाईं संन्यासियों का महावीर मंदिर पर प्रभुत्व रहा. 1948 में पटना हाईकोर्ट ने इसे सार्वजनिक मंदिर घोषित कर दिया
1947 मेंभारत के विभाजन के बाद बड़ी संख्या में हिंदू शरणार्थियों के पटना आने सेइस मंदिर को लोकप्रियता मिली। इसके बाद, मंदिर को एक कंक्रीट के घर के रूप में फिर से बनाया गया, जिसे 1987 में एक विशाल संगमरमर के मंदिर का निर्माण करने के लिए ध्वस्त कर दिया गया था। इसमें हनुमान जी के अवतार संकट-मोचन की मूर्ति स्थापित है।
Patna News: पटना के महावीर मंदिर में मिलने वाले प्रसाद को खाने से हर तरह की बीमारी ठीक हो जाती है. बताया जाता है इस मंदिर में मिलने वाले लड्डू खाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी ठीक हो जाती है.
Patna Mahavir Mandir Historical Facts:देश के प्राचीन मंदिरों में से एक है पटना का महावीर मंदिर. ऐसा माना जाता है कि हनुमानगढ़ी के बाद ये एकलौता हनुमान जी का मंदिर है जहां भक्तों की सबसे ज्यादा भीड़ नजर आती है. कहा जाता है कि इसे 80 के दशक में नया रंग-रूप दिया गया था. ये मंदिर अति प्राचीन माना जाता है. मंदिर की बनावट और चकाचौंध भक्तों को यहां आने पर मजबूर कर देती है. यहां हर दिन बड़ी संख्या में भक्तों का आना जाना लगा रहता है. हालांकि मंगलवार और शनिवार के दिन यहां भक्तों की खासी भीड़ देखी जाती है. इस मंदिर की खास बात है कि यहां बजरंग बली की युग्म मूर्तियां यानि दो मूर्तियां एक साथ हैं.
माना जाता है कि इस मंदिर से मिलने वाले प्रसाद को खाने से हर तरह की बीमारी ठीक हो जाती है. बताया जाता है इस मंदिर में मिलने वाले लड्डू खाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी ठीक हो जाती है. सिर्फ पटना ही नहीं, देश के कोने कोने से लोग इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं. इतना ही नहीं, यहां हर दिन लाखों रुपये का चढ़ावा भी चढ़ाया जाता है. कहा जाता है कि यहां दर्शन करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
1730 में स्वामी बालानंद ने की थी मंदिर की स्थापना
साल 1730 में स्वामी बालानंद ने पटना जंक्शन के पास महावीर मंदिर की स्थापना की थी. (History Of Mahavir Mandir) रामानंद संप्रदाय से जुड़े संन्यासी साल 1900 तक महावीर मंदिर के मुख्य कर्ता-धर्ता थे. फिर 1948 तक गोसाईं संन्यासियों का महावीर मंदिर पर प्रभुत्व रहा. 1948 में पटना हाईकोर्ट ने इसे सार्वजनिक मंदिर घोषित कर दिया. अभी जो मंदिर है, उसका स्वरूप 1983-1985 के बीच आया. इसमें आचार्य किशोर कुणाल के प्रयास काफी सराहनीय है. पटना के पुराने लोग बताते हैं कि पटना जंक्शन के सामने बजरंगबली की मूर्ति की पूजा करने मीठापुर के रहने वाले झूलन पंडित आते थे. अभी जो महावीर मंदिर है, उसके ठीक पीछे अंग्रेजों का मुस्लिम कैंटीन हुआ करता था. मंदिर के पास लोहे का गेट था, जो शाम के बाद बंद हो जाता था, ताकि स्टेशन की ओर कोई न जा सके. उस समय रात में ट्रेन नहीं चला करती थी.
ये भी पढ़ें-
Navi Patna Mahavir Mandir Historical Facts:देश के प्राचीन मंदिरों में से एक है पटना का महावीर मंदिर. ऐसा माना जाता है कि हनुमानगढ़ी के बाद ये एकलौता हनुमान जी का मंदिर है जहां भक्तों की सबसे ज्यादा भीड़ नजर आती है. कहा जाता है कि इसे 80 के दशक में नया रंग-रूप दिया गया था. ये मंदिर अति प्राचीन माना जाता है. मंदिर की बनावट और चकाचौंध भक्तों को यहां आने पर मजबूर कर देती है. यहां हर दिन बड़ी संख्या में भक्तों का आना जाना लगा रहता है. हालांकि मंगलवार और शनिवार के दिन यहां भक्तों की खासी भीड़ देखी जाती है. इस मंदिर की खास बात है कि यहां बजरंग बली की युग्म मूर्तियां यानि दो मूर्तियां एक साथ हैं.
माना जाता है कि इस मंदिर से मिलने वाले प्रसाद को खाने से हर तरह की बीमारी ठीक हो जाती है. बताया जाता है इस मंदिर में मिलने वाले लड्डू खाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी ठीक हो जाती है. सिर्फ पटना ही नहीं, देश के कोने कोने से लोग इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं. इतना ही नहीं, यहां हर दिन लाखों रुपये का चढ़ावा भी चढ़ाया जाता है. कहा जाता है कि यहां दर्शन करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
5
views