1. अधिकांश व्यक्ति ईश्वर के प्रति केवल इसलिए समर्पित है

    अधिकांश व्यक्ति ईश्वर के प्रति केवल इसलिए समर्पित है

    37
  2. तुम अकेले कभी नहीं थे

    तुम अकेले कभी नहीं थे

    41
    1
  3. महादेव को पाना मतलब सब कुछ पाना

    महादेव को पाना मतलब सब कुछ पाना

    24
  4. ऐसा कभी नहीं हो सकता पार्वती

    ऐसा कभी नहीं हो सकता पार्वती

    28
  5. जो अपनी माता पिता की निस्वार्थ सेवा करता है

    जो अपनी माता पिता की निस्वार्थ सेवा करता है

    8
  6. अन्धकार में हो तुम

    अन्धकार में हो तुम

    39
  7. दुख पीड़ा मोह ये सब अलग नहीं है

    दुख पीड़ा मोह ये सब अलग नहीं है

    18
  8. या तो तुम में भय वाश कर सकता है या तो मेरी शक्तिया

    या तो तुम में भय वाश कर सकता है या तो मेरी शक्तिया

    42
  9. तुम अभी मेरे द्वार मृत्यु के पात्र नहीं बने हो

    तुम अभी मेरे द्वार मृत्यु के पात्र नहीं बने हो

    22
  10. संसार के प्रत्येक संतान में तुम मुझसे ही पाओगे

    संसार के प्रत्येक संतान में तुम मुझसे ही पाओगे

    11
    1
  11. Meri Prarthna Karne Ke Liye By Mahadev||Mahakal||Bholenath||ShivShankar

    Meri Prarthna Karne Ke Liye By Mahadev||Mahakal||Bholenath||ShivShankar

    59
  12. कोई भी किसी से बड़ा या छोटा नहीं होता

    कोई भी किसी से बड़ा या छोटा नहीं होता

    15
  13. व्यक्ति अगर ये सोचे कि उसके दुःख का कारण कोई और है

    व्यक्ति अगर ये सोचे कि उसके दुःख का कारण कोई और है

    38
  14. महादेव को तो केवल पाया जा सकता है

    महादेव को तो केवल पाया जा सकता है

    9
  15. पवित्र मन वाली स्त्री के संकल्प में इतनी शक्ति ?

    पवित्र मन वाली स्त्री के संकल्प में इतनी शक्ति ?

    34
  16. मुझे ढूंढो मत : महादेव

    मुझे ढूंढो मत : महादेव

    25
  17. भटकने का अर्थ है पाप की ओर अग्रसर होना

    भटकने का अर्थ है पाप की ओर अग्रसर होना

    18
  18. भक्त हो तो नन्दी जैसा

    भक्त हो तो नन्दी जैसा

    29
  19. पवित्र मन वाली स्त्री

    पवित्र मन वाली स्त्री

    20
  20. ज्ञान मनुष्य को परम सत्य की ओर ले जाता है

    ज्ञान मनुष्य को परम सत्य की ओर ले जाता है

    21
  21. जब तक संसार में स्वार्थ हेतु पूजा होती रहेगी

    जब तक संसार में स्वार्थ हेतु पूजा होती रहेगी

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