संभल की बदलती आबादी: भारत की सभ्यता पर मंडराता ख़तरा

1 month ago
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आज़ादी के बाद संभल की हिंदू आबादी लगातार कम होती गई—यह कोई संयोग नहीं, बल्कि दंगों और निशाने पर लिए गए पलायन की सोची-समझी योजना थी।

पीड़ितों के बयान और न्यायिक निष्कर्ष बताते हैं कि हिंदुओं की मौजूदगी और उनकी धरोहर मिटाने की योजनाबद्ध कोशिश की गई।

संभल अब आतंकी नेटवर्क, कट्टरपंथ और ‘लव जिहाद’ की वजह से उग्रवाद और जनसंख्या बदलाव का गढ़ बन चुका है।

असम, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी जनसांख्यिकीय असंतुलन और अवैध घुसपैठ की यही कहानी दिखाई देती है।

संभल की कहानी चेतावनी देती है कि भारत की सभ्यतागत आत्मा और हिंदू बहुलता दोनों असुरक्षित हैं।

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